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डाउनलोड करेंबांदा के बहुचर्चित अमन त्रिपाठी हत्याकांड का मुद्दा फिर गरमा गया है। CBI जांच की मांग पर अड़े अमन के माता-पिता 3 दिनों से बेटे की अस्थियां लेकर अनशन पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक वह अस्थि विसर्जन नहीं करेंगे। इसके बाद गुरुवार दोपहर मामले की जांच कर रही SIT ने हत्या के 45 दिनों बाद अमन के दोस्त सम्राट सिंह सहित 8 अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी की मेडिकल जांच करा कर उन्हें जेल भेज दिया गयाI
केन नदी में मिला था अमन का शव
शहर के बंगाली पुरा निवासी भाजपा नेता संजय त्रिपाठी के 14 वर्षीय बेटे अमन का शव कनवारा गांव के पास केन नदी में 13 अक्टूबर को मिला था। वह 11 अक्टूबर को दोस्तों के साथ बर्थ-डे पार्टी में शामिल होने की बात कहकर घर से निकला था। जब वह घर नहीं लौटा तो 12 अक्टूबर को पिता ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने बताया, डूब कर हुई मौत
खोजबीन के बाद पुलिस ने अमन का शव केन नदी से बरामद कर लिया। जिस समय शव बरामद हुआ, उस समय अमन का शरीर जला हुआ था। बर्थ-डे पार्टी में शामिल अमन के दोस्त सम्राट सिंह व अन्य साथियों की निशानदेही पर अलग-अलग जगह पर उसके कपड़े, मोबाइल और बाइक बरामद हुई थी। इसी के बाद से ही पीड़ित माता-पिता लगातार यह आरोप लगा रहे थे कि अमन को मारने में उसके दोस्तों का हाथ है। हालांकि, बांदा पुलिस उसकी मौत डूबने से हुई बता रही थी।
जांच से संतुष्ट नहीं थे अमन के पिता
माता-पिता ने अमन के दोस्त सम्राट सिंह व 7 अन्य साथियों पर हत्या की रिपोर्ट शहर कोतवाली में दर्ज कराई। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद कई संगठनों के लोग प्रदर्शन करने लगे। माता-पिता लगातार यह आरोप लगाते रहे हैं कि उसके दोस्तों ने ही अमन की हत्या की है।
20 अक्टूबर को SIT टीम का किया गया था गठन
बांदा पुलिस की जांच से असंतुष्ट भाजपा नेताओं ने IG के. सत्यनारायण से मुलाकात की। उन्होंने किसी अन्य जिले की पुलिस से जांच कराने को कहा। इस पर IG ने 20 अक्टूबर को हमीरपुर क्राइम ब्रांच के सीओ विवेक यादव के नेतृत्व में एक SIT टीम का गठन किया। SIT टीम मामले की जांच में जुटी थी। 24 अक्टूबर को लखनऊ की मेडिकोलीगल और SIT टीम ने नामजद आरोपियों को हिरासत में लेकर घटनास्थल पर सीन रीक्रिएशन किया।
22 नवंबर को डीएम से मिले थे अमन के पिता
हिरासत में लिए गए सभी नामजद आरोपियों को सीन रीक्रिएशन के बाद छोड़ दिया गया। जांच भी धीमी गति से चलने लगी। न्याय की आस लिए बैठे अमन के पिता संजय त्रिपाठी ने बीते 22 नवंबर को डीएम को दी अर्जी कहा कि उनके बेटे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट व मेडिकोलीगल टीम की जांच में हेराफेरी की गई है। इसकी आशंका वह पहले ही जाहिर कर चुके थे। उन्होंने कहा कि जांच से वह संतुष्ट नहीं हैं। बेटे की सुनियोजित ढंग से हत्या की गई है।
डीएम से की थी CBI जांच की मांग
सभी आरोपियों को भेजा गया जेल
SIT टीम के प्रमुख हमीरपुर क्राइम ब्रांच के सीओ विवेक यादव ने बताया कि आरोपियों को जेल भेजा गया है। बता दें कि संजय त्रिपाठी ने डीएम से उनके बेटे की हत्या की जांच CBI से कराने की मांग की थी। ऐसा नहीं होने पर उनका परिवार 23 नवंबर को अशोक लाट पर बेटे की अस्थियां रखकर अनशन पर बैठ गया। उन्होंने कहा कि अस्थि विसर्जन तभी करेंगे, जब न्याय मिलेगा। अमन के माता-पिता के अनशन पर बैठने के बाद मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया।
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