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डाउनलोड करेंबाँदा के अतर्रा में ब्रह्म विज्ञान इंटर कालेज में विश्व योग दिवस पर छात्रों एवं शिक्षकों ने एक साथ योग किया। योग प्रशिक्षक लालबहादुर और राखी सिंह ने योग के महत्व पर प्रकाश डाला। राखी सिंह ने शीर्षासन और पद्म मयूरासन करके दिखाया। इसके बाद भुजंगासन, पवन मुक्तासन, ताड़ासन शवासन, भ्रामरी, अनुलोम विलोम और भस्त्रिका प्राणायाम कराया।
योगश्चित्तवृत्ति निरोध: और योग: कर्मसु कौशलम् का समझाया अर्थ
प्रधानाचार्य शिवदत्त त्रिपाठी ने प्राणायाम को जीवन में अति उपयोगी बताया। कहा कि इससे आरोग्यता प्राप्त होती है। कहा कि इस विधा को भगवान शिव से प्राप्त कर महर्षि पतंजलि ने समाज के लिए उपयोगी सिद्ध किया। योगश्चित्तवृत्ति निरोध: तथा योग: कर्मसु कौशलम् की बात समझायी। छात्र--छात्राओं सहित लगभग 125 लोग यो कार्यक्रम में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि योग मानव के शारीरिक और मानसिक दोनों के लिए आवश्यक है। यह एक अमूल्य प्राचीन प्रथा है। यूं तो योग का महत्व किसी से छुपा नहीं है, लेकिन इसका महत्व तब बढ़ गया, जब कोरोना के कारण सभी घरों में बैठकर तनाव से ग्रस्त हो गए थे।
लाॅकडाउन में योग कर लोगों ने खुद को रखा था तनाव मुक्त
लाॅकडाउन में लोगों की आवाजाही बंद हो गई थी। ऐसे मे मन को शांत रखने और शरीर को स्वस्थ रखने में योग ने ही मदद की थी। जीवन में योग के इसी महत्व को दर्शाने के लिए पूरा विश्व इंटरनेशनल योगा डे (International Yoga Day ) मनाता है। इस दौरान कालीचरण बाजपेयी, अरुण सिंह, हेमसिंह, चेतराम, सोमनाथ, वीरेंद्र दीक्षित, राममिलन यादव, मनोज द्विवेदी, कमलेश कुमार, मधु सविता, रामावतार साहू, प्रेमलता सिंह, अंजली द्विवेदी, धनंजय, शुभम, विश्वनाथ, बुद्धविलास, अशोक कुमार, प्राची और खुशी बाजपेयी आदि उपस्थित रहे।
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