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डाउनलोड करेंबलरामपुर के बड़े बालू कारोबारी के लैबुड़वा फकीरडीह गांव स्थित बालू क्रय केंद्र पर संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गयी। इस क्रय केंद्र पर श्रमिकों के रहने खाने की व्यवस्था रहती थी। इस अग्निकांड में किसी प्रकार की जनहानि नही हुई लेकिन रसोई गैस का सिलेंडर फटने से आसपास के इलाके में दहशत फैल गयी।
7 श्रमिक सो रहे थे
मामला थाना महराजगंज तराई का है। यहां जिले के बड़े बालू कारोबारी पवन तिवारी के बालू क्रय केंद्र पर संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग जाने से लाखों का नुकसान हो गया। बताया जाता है कि क्रय केंद्र पर सो रहे शिवकुमार सिंह (चच्चा सिंह) पुत्र हजारी सिंह निवासी समगरा, संत प्रसाद पुत्र रामकृपाल मिश्रा निवासी कोडरी, अजय कुमार यादव पुत्र ओमकार निवासी लैबुडवा, आनंद कुमार मिश्रा पुत्र केवला प्रसाद मिश्रा निवासी भुजेहरा सहित 7 अन्य लोग सोए हुए थे।
अचानक आग की लपटें एका एक उठने लगी जिससे वहां रखा दो ड्रम डीजल, रसोई गैस सिलेंडर फट गया जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। तेज धमाके की आवाज सुनकर आसपास गांव के सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए। ज्वलनशील पदार्थों में आग पकड़ने से सब कुछ पल भर में ही जलकर खाक हो गया।
श्रमिकों ने भागकर बचाई जान
पीड़ित के मुताबिक फकीरडीह गांव के उत्तर करीब 500 मीटर दूरी पर स्थित पहाड़ी नाला धोबैनिया खैरहनिया के किनारे बालू खनन का उसे पट्टा आवंटित किया गया है। बालू खनन का कार्य पट्टा धारक पीड़ित पवन तिवारी की देखरेख में चल रहा है। उन्होंने बताया कि शनिवार शाम वह अपने घर चले आए थे। नाला किनारे फूस का मड़हा बना था जिसमें श्रमिक रहते थे। आग लगने से किसी तरह श्रमिकों ने जान बचाकर भाग निकले।
इतना हुआ नुकसान
पीड़ित की माने तो बालू क्रय केंद्र में रखा 11 चौकी, 01बाइक, बर्तन, राशन, कपडा, रजाई गद्दा, सिलेंडर, 2 ड्रम डीजल व पंखा आदि लाखों रूपए का सामान आग में जलकर खाक हो गया। प्रभारी निरीक्षक संतोष तिवारी ने बताया कि पुलिस टीम घटना की जांच में जुटी है।
हल्का लेखपाल जयपाल शुक्ल ने बताया कि छति का आकलन किया जा रहा है। रिपोर्ट प्रेषित करने के बाद क्षतिपूर्ति की कार्यवाही की जाएगी वही प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि अगर तारीख मिलती हैं तो मुकदमा दर्ज कर घटना की संपूर्ण जांच कर निष्पक्ष कार्यवाही की जाएगी।
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