पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंबैरिया में राशन वितरण प्रणाली की बिगड़ती व्यवस्था से उपभोक्ता काफी परेशान हैं। खाद्यान्न का समय से न मिलना उपभोक्ताओं में आक्रोश का विषय बना हुआ है। लोगों का कहना है कि चुनाव से पहले सरकार ने तरह--तरह के वादे करके सरकार बना ली। इसके बाद निशुल्क मिलने वाले राशन वितरण की समय--सीमा भी बढ़ाती जा रही है। लेकिन अनाज ग्रामीणों तक नहीं पहुंच पा रहा है।
अप्रैल तो छोड़िये मई भी आ गई
सुनिल यादव ने कहा कि अभी तक अप्रैल महीना का खाद्यान्न, रिफाइन, चना व नमक नहीं मिला। जबकि मई महीने में भी 16 दिन बीत चुके हैं। ऐसा अधिकारी स्तर पर लापरवाही के कारण हो रहा है या शासन की तरफ से ही अधिकारियों को कोई निर्देश दिए गए है। संजय प्रसाद ने कहा कि सरकार ने जून तक निशुल्क खाद्यान्न वितरण करने का वादा जनता से किया था। लेकिन चुनाव सम्पन्न होने के साथ ही यह योजना ठण्डे बस्ते में चली गई है। रिफाइन व चने के चक्कर में लोगो को गेहूँ-चावल से भी वंचित होना पड़ रहा है।
सरकार पीछे हटा रही कदम
श्रीपति राम ने इसे जनता से छलावा व झूठा वादा बताया है। संतोष कुमार ने बताया कि वितरण प्रणाली की अनियमितता बढ़ती जा रही है। छोटू कुमार ने कहा चुनाव हो गया। अब राशन बांटना सरकार मुनासिब नहीं समझ रही है। बृजेश ने बताया कि अप्रैल का राशन अभी तक नहीं मिला, जबकि मई माह की वितरण तिथि भी आ गयी। यह छलावा आम जनमानस के साथ ठीक नहीं है।
अधिकारी बोले– नहीं मिला स्टाक, कैसे करें वितरण
बता दें कि पूर्व में अप्रैल के खाद्यान्न के लिए 12 मई तक की तिथि निर्धारित की गई थी। फिर 13 मई से 20 मई तक की समयसीमा निर्धारित की गई। बावजूद इसके इन तिथियों को खाद्यान्न वितरण नहीं हुआ। इस बावत हाट निरीक्षक रानीगंज--लालगंज रत्न कृष्णम का कहना है कि अभी तक अप्रैल माह का चना व रिफाइंड आयल उपलब्ध नहीं कराया गया है। जब तक कोटेदारों को सभी समान उपलब्ध नहीं कराया जाएगा, तब तक वितरण शुरू नहीं होगा। यह समय सीमा अभी और आगे बढ़ेगी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.