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डाउनलोड करेंउत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में 10 फरवरी को बागपत, शामली, मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्धनगर, हापुड़, समेत कई जनपदों में मतदान होना हैं। पार्टियों ने अभी अपने उम्मीदवारों की घोषणा भी नही की है। ठीक उससे पहले, बागपत विधानसभा से दो वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई हैं। वायरल वीडियो में कुछ ग्रामीण बीजेपी विधायक योगेश धामा पर गम्भीर आरोप लगाते हुए उनका विरोध कर रहे है। दिल्ली में यूपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के घर के बाहर ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे है तो कहीं बीजेपी विधायक के विरोध में उनका पुतला जलाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन वीडियो में बीजेपी विधायक के खिलाफ कोई साजिश रची जा रही है या उनके प्रति लोगों में गुस्सा है इसका तो आने वाले चुनाव में ही पता चलेगा, लेकिन इस वीडियो ने विधायक को कटघरे में जरूर लाकर खड़ा कर दिया है।
विधायक योगेश धामा के विरोध प्रदर्शन
बागपत विधानसभा सीट, वो सीट है जिसका चुनाव में जिक्र न हो तो अधूरा सा लगता है। बागपत जिसने देश को गृहमन्त्री, वित्तमंत्री, उड्डयन मंत्री, ऊर्जा मंत्री ही नहीं बल्कि देश को प्रधानमंत्री तक दिया। वो बागपत जो राजनीतिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है। इस बागपत सीट पर बीजेपी के योगेश धामा मौजूदा विधायक हैं। चर्चा है कि इस बार भी बीजेपी उन्हीं पर अपना विश्वास जताते हुए उन्हें विधानसभा का टिकट दे रही है। लेकिन चुनाव से ठीक पहले बीजेपी विधायक योगेश धामा के विरोध में ग्रामीण खुलकर सामने आ गए हैं । सोशल मीडिया पर उनके विरोध में जमकर नारेबाजी की जा रही है । लोग उनपर तरह तरह के गम्भीर आरोप लगा रहे है । कोई उन्हें खनन माफिया... कोई शराब माफिया तो कोई कुछ ओर बता रहा है । उनके पुतले जलाये जा रहे है। लोग वायरल वीडियो में योगेश धामा को टिकट न देने की मांग कर रहे है ।
वोटरों को लुभाने व वोटों का धुर्वीकरण
वहीं इस सीट पर रालोद-सपा से गठबंधन प्रत्याशी नवाब अहमद हमीद उनके सामने खड़े हैं। रालोद ने मुस्लिम चेहरे को अपना टिकट देकर कहीं न कहीं मुस्लिम वोटरों को लुभाने व वोटों का धुर्वीकरण अपने पक्ष में करने की कोशिश की है। नवाब अहमद हमीद का परिवार राजनीतिक परिवार रहा है। उनके दादा शौकत हमीद और उनके पिता नवाब कोकब हमीद भी बागपत विधान सभा सीट से चुनाव लड़कर विधानसभा तक पहुंचे हैं। मरहूम नवाब कोकब हमीद साफ सुथरी छवि के नेता माने जाते थे. इसीलिए वह इस सीट पर एक या दो बार नही बल्कि सात बार जीत दर्ज करते हुए विधायक चुने गए ।
बता दें कि सीट पर रालोद और भाजपा में सीधा कांटे का मुकाबला रह सकता है। ऐसे में इन अलग-अलग दो वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीतिक सरगर्मी शुरू हो गई है। हालांकि अभी तक बीजेपी विधायक योगेश धामा ने अपनी ओर से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है। बीजेपी विधायक मीडिया के फोन भी नहीं उठा रहे हैं।
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