पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंबड़ौत में ऊर्जा निगम में तैनात एक अवर अभियंता ने विभाग को लाखों का चूना लगा दिया है। इतना ही नहीं जेई ने बिना विभाग को सूचना दिए छह प्राईवेट लोगों की विद्युत वितरण खंड द्वितीय से जुडे मुलसम गांव के बिजलीघर पर तैनाती भी कर दी। यह मामला जब उजागर हुआ तो विभाग में करंट दौड़ पड़ा। फिलहाल ऊर्जा निगम इस प्रकरण की गंभीरता से जांच कर रहा है। वहीं अधिकारियों ने जेई पर कार्रवाई की बात कही है।
मामला मुसलम गांव के बिजलीघर का है। गत 16 जुलाई 2021 मेें जेई की मुलसम गांव के बिजलीघर पर तैनाती हुई। उनकी तैनाती के बाद से ही उनकी विभागीय कार्यो में रूचि न लेने, उपभोक्ताओं से अभ्रद व्यवहार करने की शिकायत ऊर्जा निगम के अफसरों को मिलनी शुरू हो गई थी। जब तक विभाग कुछ कार्रवाई कर पाता, तब तक जेई ऊर्जा निगम को 4.78 लाख का चूना लगा चुका था।
अधिशासी अभियंता द्वितीय राजेश कुमार ने 21 अप्रैल 2022 को निरीक्षण किया तो निरीक्षण के दौरान न तो बिजलीघर पर उपस्थिती रजिस्टर मिला और न ही अन्य रिकार्ड। जिसके बाद एक्सईएन ने टेंडर पर विभाग में काम करने वाली इजी सार्स कंपनी से संपर्क साधा तो जानकारी मिली कि बिजलीघर पर नौ लाइनमैन तैनात है। पूछने पर एसएसओ बालिस्टर ने बताया कि बिजलीघर पर मात्र तीन लाइनमैन महेश कुमार, सतेन्द्र व अजित काम करते है, अन्य कोई व्यक्ति बिजलीघर पर काम नहीं करता।
एक्सईएन द्वितीय राजेश कुमार ने बताया कि जेई की तैनात 16 जुलाई 2021 को मुलसम बिजलीघर पर हुई थी, लेकिन तैनाती से पूर्व ही जेई ने एक जुुुलाई को हलालपुर गांव निवासी विनीत, उत्तमवीर बावली, उसके बाद अगस्त माह मेंं दीपक, अक्टूबर माह में शामली के गगन बिहार के रहने वाले गौरव, नवंबर माह में अंकित व इसी माह में अंकित निवासी बुडेढा को विभाग को बिना सूचना दिए अपने निजी काम से रख लिया। विभाग से मानदेय दिलाते रहे। अधीक्षण अभियंता रण विजय ने कहा है कि अधिशासी अभियंता राजेश की रिपोर्ट पर गबन के मामले में जेई के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.