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डाउनलोड करेंअयोध्या में अक्षय नवमी पर शुक्रवार को 14 कोसी यानी 42 किमी की परिक्रमा शुरू हुई। सुबह 10:22 बजे शुभ मुहूर्त में रामभक्तों ने प्रभु राम का नाम लेकर नंगे पांव अपने कदम बढ़ाए। परिक्रमा 13 नवंबर की सुबह 6:33 बजे तक चलेगी। प्रशासन के अनुसार, 30 लाख रामभक्त परिक्रमा में पहुंचे हैं। परिक्रमा से पहले करीब पांच लाख श्रद्धालुओं ने सरयू स्नान किया। ATS के साथ खुफिया एजेंसियां अलर्ट हैं। ड्रोन से मेला परिक्षेत्र की निगरानी की जा रही है।
सरयू स्नान और रामजन्मभूमि, कनक भवन, हनुमानगढ़ी, नागेश्वरनाथ मंदिरों में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा है। अयोध्या श्रीराम के जयकारे से गूंज रही है। 14 कोस की यह परिक्रमा श्रद्धालु पैदल पूरी करते हैं। आस्था की डगर पर नंगे पांव चलते हैं। मान्यता है कि परिक्रमा का एक-एक पग जन्म जन्मांतर के पापों से मुक्त करता है।
ATS की तैनाती और ड्रोन कैमरे से सुरक्षा
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय के अनुसार, अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। परिक्रमा मार्ग को पांच जोन में बांटकर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। एटीएस की तैनाती की गई है। साथ ही ड्रोन कैमरे से पूरे मेले और अयोध्या की सुरक्षा को देखा जा रहा है। खुफिया तंत्र सक्रिय है। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, होटल, धर्मशाला में चेकिंग की जा रही है। बलरामपुर निवासी तुलसीश दुबे कहते हैं कि हम यहां आकर समस्याओं से मुक्त हैं। हमें तो अयोध्या में सरयू, श्रीराम और हनुमान ही दिखते हैं।
DM और SSP ने पूरे परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया
परिक्रमा में 30 लाख श्रद्धालु शामिल होते हैं। शासन-प्रशासन ने इसकी व्यवस्था पूरी कर ली है। 12 से शुरू होकर 19 नवंबर तक चलने वाले कार्तिक परिक्रमा एवं पूर्णिमा मेला आज देवात्थानी एकादशी के साथ आरंभ हो गया। परिक्रमा शुरू होने से पहले डीएम नितीश कुमार और एसएसपी शैलेश कुमार ने पूरे मार्ग का निरीक्षण किया था।
14 कोसी परिक्रमा मार्ग के प्रमुख स्थल
नयाघाट, हनुमान गुफा, दीनबंधु नेत्र चिकित्सालय चौराहा, श्री सीताराम आरोग्य निकेतन, रामायणम् आश्रम, श्री रामाज्ञाश्रम, कारसेवक पुरम, श्री सीताराम आश्रम, धूनीवाले बाबा, श्रीरामजन्मभूमि कार्यशाला, राम-घाट चौराहा, मानस भवन, श्री हरिधाम महादेवा मंदिर आदि 14 कोसी परिक्रमा मार्ग के प्रमुख स्थल हैं।
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