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डाउनलोड करेंयूपी में 2017 में गड्ढा मुक्त नारे देकर सत्ता में आई बीजेपी वीवीआईपी अमेठी में भी गड्ढे नुमा सड़कों के जाल में फंस गई है। 70 साल तक विकास के नाम पर अमेठी के लोगों को ठगने का आरोप मढ़ने वाली बीजेपी केंद्र में 8 तो प्रदेश में पौने पांच साल तक सत्ता में रहकर यहां की सड़कें तक दुरुस्त नहीं करा सकी।
यहां गौरीगंज विधानसभा सीट से सपा विधायक राकेश सिंह ने कादूनाला-थौरी मार्ग व मुसाफिरखाना-पारा मार्ग के ठीक नहीं कराने पर इस्तीफा दिया और अनशन पर बैठ गए। पुलिस ने जबरन उन्हें लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया। आखिर इन सड़कों की स्थिति क्या है जब "दैनिक भास्कर" ने इसकी पड़ताल किया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
पेश है दैनिक भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट...
दरअसल, गौरीगंज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मुसाफिरखाना तहसील आती है। तहसील अंतर्गत कादूनाला-थौरी मार्ग (9.15 किलोमीटर) व मुसाफिरखाना-पारा मार्ग (5.650 किलोमीटर) अति जर्जर हालत में है। दूध का व्यापार करने सत्यनारायण प्रजापति यहां मिले, इस सड़क से उनका रोज का आना-जाना है। वह बताते हैं यह सड़क तीन-साढ़े तीन साल से खराब हुई है। एक्सीडेंट होता है़, कहीं पांव में चोट लग जाती है कहीं गाड़ी पंचर हो जाती है। राकेश विधायक जो धरना प्रदर्शन कर रहे हैं अच्छा कर रहे हैं।
10 सालों से सड़क में हैं गड्ढे
गाजनपुर गांव निवासी 60 वर्षीय मनुज बताते हैं कि कुमारगंज-फैजाबाद को यह सड़क जुड़ती है। पचासों गाड़ियां इस सड़क से गुजरती हैं लेकिन दस साल हो गए यह सड़क गड्ढा मुक्त नहीं हुई। विधायक चाहते हैं कि सड़क यह बन जाए लेकिन कोई लग नही रहा। उन्होंने बताया इसी सड़क से स्मृति ईरानी भी जाती है़ लेकिन वह भी नहीं देख रही हैं। न जाने इस क्षेत्र से उन्हें कितनी दुश्मनी हो गई है।
रोड नहीं बनी तो वोट नहीं देंगे
भारत सिंह का कहना है कि बड़े-बड़े गड्ढे हैं, इससे गाड़ी स्लिप करके गिर जाती है। गिरने पर सिर तक फट जाता है़, किसी को बैठाकर लेकर चलो तो वो भी चोट खा जाता है। बीमारी में एंबुलेंस बुलाओ तो आते नहीं हैं और आ भी गए तो घंटों लग जाता है उसे आने में। हम लोग बोल-बोल के थक चुके हैं, जब सुनवाई नहीं हुई तो विधायक इस्तीफा देकर अनशन पर बैठे हैं। भारत सिंह कहते हैं स्मृति ईरानी चाहे तो रोड बन जाएं, और अगर रोड नहीं बनती तो वोट नहीं देंगे।
इस्तीफे को बताया चुनावी स्टंट
सत्य नारायण प्रजापति ने बताया कि लोगों का एक्सीडेंट तो ही जाता है। साथ ही लोगों की गाड़ियां खराब हो जाती हैं। अब तो आलम यह है़ कि चार किमी. का रास्ता छोड़कर लोग जगदीशपुर होकर तीस किमी का रास्ता तय करके आ रहे हैं। हालांकि सड़क को लेकर विधायक के इस्तीफे को ग्रामीण चुनावी स्टंट बता रहे हैं।
शासन को भेजा स्टीमेट
उधर डीएम अरुण कुमार सड़कों को बनाने के लिए 2468.85 लाख का स्टीमेट बनाया गया है। जो शासन को भेजा जा चुका है। आगणन के स्वीकृत हो जाने के उपरांत अनुबंध गठित कर कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। आगणन के स्वीकृत होने तक उक्त दोनों मार्ग पीएमजीएसवाई अमेठी खंड अमेठी के ही अधीन रहेंगे।
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