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डाउनलोड करेंउत्तर प्रदेश के अमेठी में एक सप्ताह पूर्व गांव के युवक द्वारा किशोरी को बहला-फुसला कर भगा ले जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। परिजन न्याय पाने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। जबकि पुलिस ने एक हफ्ते पहले ही इस प्रकरण में आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया था।
जगदीशपुर कोतवाली क्षेत्र की घटना
मामला जगदीशपुर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत वारिसगंज चौकी के सरैया का है। जहां गांव निवासी रिजवान उर्फ बब्बन ने बताया कि मेरी पुत्री अंजुम को गांव के मोहम्मद कैफ उर्फ शानू पुत्र मोती बहला-फुसला कर कहीं भगा ले गया है। जब मैंने उससे फोन पर बात कर अपनी बेटी को वापस लाने की बात कहीं तो वह मुझे भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए जान से मार देने की धमकी देने लगा।
जिसकी तहरीर मैंने थाने पर देकर पुलिस से अपनी पुत्री को सकुशल वापस लाने की बात कहीं थी। जिस पर पुलिस ने आरोपी शानू के विरुध्द मुकदमा पंजीकृत किया था लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक उसे न तो पकड़ पाई है और न ही मेरी पुत्री को ढ़ूंढ़ सकी है।
पुलिस पर भी लगे आरोप
रिजवान की पत्नी रईसुन कहतीं हैं कि मेरी नाबालिग किशोरी को गांव का ही निवासी एक युवक बहला फुसलाकर भगा ले गया। जब युवक के घरवालों से इस सम्बन्ध में बात करने गये तो वो लोग गाली-गालौज करने लगे। जिसकी शिकायत मैंने थाने में किया तो पुलिस ने मामले को टालते हुए मुझे थाने से भगा दिया। निराश होकर मैंने कप्तान के दरबार में गुहार लगाई तब घटना की रिपोर्ट दर्ज की गई।
उसके बाद से पुलिस अभी तक शांत बैठी हुई है। मुझे लगता है कि पुलिस विपक्षियों से मिली हुई है। इस सम्बन्ध में जब क्षेत्राधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। दोषियों के विरुध्द धर-पकड़ करने के लिए पुलिस को निर्देशित भी किया जा चुका है।
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