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डाउनलोड करेंएक तरफ सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा डग्गामार वाहनों पर शिकंजा कसने के लिए तरह-तरह के निर्देश जारी किए गए हैं लेकिन टाण्डा नगर में उनके आदेशों को ताक पर रखकर परिवहन विभाग की मिलीभगत से एक दर्जन से अधिक प्राइवेट बसें टांडा से लखनऊ फर्राटा भर रही हैं।
इन बस संचालकों को सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देश का कोई डर नहीं है। आरटीओ और पुलिस विभाग की मदद से यह बसें धड़ल्ले से चलाई जा रही हैं। जिससे प्रतिदिन सरकार को लाखों रुपए की क्षति हो रही है।
सुबह-सुबह भरती हैं फर्राटा
सुबह भोर लगभग 3:30 बजे से शाम लगभग 4 बजे तक एक दर्जन से अधिक प्राइवेट बसें सिर्फ लखनऊ के लिए फर्राटा भरती हैं, जिससे सरकारी खजाने को प्रतिदिन लाखों रुपये के नुकसान हो रहा है।
एक भी रोडवेज बस नहीं है रूट पर
प्राइवेट बसों के चलने के कारण एक भी सरकारी बस का संचालन उक्त रुट पर नहीं है। बताते चलें कि इसके अलावा आजमगढ़, मऊ, प्रयागराज, गोरखपुर, जौनपुर समेत तमाम जगहों पर जाने के लिए भारी मात्रा में प्राइवेट बसों का संचालन बिना रोको टोक के धड़ल्ले की जा रही है।
आरटीओ के हाथ नहीं आती कोई बस
महीने में एकाध बार कभी-कभार आरटीओ अंबेडकर नगर द्वारा चेकिंग की जाती है लेकिन एक भी बस उनके हाथ नहीं आती, जबकि सुबह से शाम तक बसों का संचालन होता रहता है। लोगों का कहना है कि बसों के स्वामियों से आरटीओ की सेटिंग है इसीलिए इन बसों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
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