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फैशन ब्लॉगर रितिका को चौथी मंजिल से फेंका:भाई का आरोप- टॉर्चर से परेशान होकर ही रितिका अलग रहती थी; वहां भी पति ने नहीं छोड़ा

आगराएक वर्ष पहले
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आगरा के ओमश्री प्लेटिनम अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से फूड और फैशन ब्लॉगर रितिका को फेंककर मार दिया गया। आरोप पति आकाश पर हैं। रितिका का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के हवाले कर दिया गया। रितिका के भाई उत्कर्ष सिंह ने बताया, " 2014 में आकाश ने रितिका से शादी की थी। शादी के बाद से वो कुछ काम नहीं करता था। रितिका फिरोजाबाद के स्कूल में जॉब करने लगी। मगर, शादी के बाद से आकाश उसको परेशान करने लगा। एक बाद उसको जला भी दिया था।

आकाश के टॉर्चर से परेशान होकर ही उससे अलग रहने लगी। अभी वो फूड, फैशन ब्लॉगर का काम कर रही थी। हमे पता था कि रितिका विपुल के साथ रह रही है। गुरुवार को उसने मां को फोन किया था। उस समय वो बहुत परेशान थी। उसने कहा था कि शुक्रवार को वो गाजियाबाद आएगी। घरवाले उसके आने का इंतजार कर रहे थे। मगर, शाम को उसकी हत्या की सूचना आई।

ये वीडियो हत्या के बाद का है, जिसमें आकाश अपनी पत्नी रितिका के हाथ में बंधी रस्सी को खोल रहा है।
ये वीडियो हत्या के बाद का है, जिसमें आकाश अपनी पत्नी रितिका के हाथ में बंधी रस्सी को खोल रहा है।

रितिका ने आखिरी सांस तक स्ट्रगल किया

आगरा के ओमश्री प्लैटिनम अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से महिला की फेंककर हत्या के मामले में एक वीडियो सामने आया है। रितिका को चौथी मंजिल से फेंकने के बाद पति आकाश और उसके साथी नीचे आए। आकाश का एक साथी मोबाइल से वीडियो बना रहा था। पति पहले रितिका के हाथ की रस्सी खोलता है। इसके बाद उसके गले में लिपटा दुपट्‌टा खोलने का प्रयास किया, जिससे लगे कि रितिका ने अपने आप कूदकर जान दी है।

इस वीडियो के साथ फॉरेंसिक रिपोर्ट ने राज से पर्दा हटा दिया। रितिका ने अपनी जिंदगी बचाने के लिए आखिरी सांस तक स्ट्रगल किया था। हत्या की सूचना के बाद पहुंची फॉरेंसिक टीम को फ्लैट में रितिका के संघर्ष करने के सुबूत मिले हैं। फ्लैट में सामान बिखरा हुआ था। बालों का एक गुच्छा भी मिला। गमला भी गिरा पड़ा था। इससे अनुमान लगाया गया है कि रितिका ने बचने के लिए काफी प्रयास किया होगा।

ये फोटो हत्या के बाद आकाश और उसकी बहन की है। उसके ऊपर पत्नी रितिका के मर्डर के आरोप हैं।
ये फोटो हत्या के बाद आकाश और उसकी बहन की है। उसके ऊपर पत्नी रितिका के मर्डर के आरोप हैं।

पूरी प्लानिंग से आया था आकाश
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आकाश सुबह ही अपने साथियों के साथ अपार्टमेंट के बाहर आ गया था। पहले उसने अपार्टमेंट के बाहर से फ्लैट की निगरानी की। इसके बाद उसने अपने साथ आई महिलाओं को अपार्टमेंट में भेजा। बिना एंट्री के अंदर जाने पर गार्ड मुन्ना ने उन्हें टोका। इस पर आकाश वहां पहुंच गया। महिला ने गुमराह करने के लिए फ्लैट नंबर 401 की जगह 601 में जाने की एंट्री की। इसके बाद आकाश ने मोबाइल नंबर भी लिखा। फिर एक साथ सब अंदर चले गए।

रितिका ने बचने के लिए हत्यारों से संघर्ष भी किया था। फारेंसिक जांच में इसके सुबूत मिले हैं।
रितिका ने बचने के लिए हत्यारों से संघर्ष भी किया था। फारेंसिक जांच में इसके सुबूत मिले हैं।

फ्लैट मालिक को तलाश रही पुलिस
जिस फ्लैट में रितिका और विपुल रह रहे थे, पुलिस उस फ्लैट के मालिक को तलाश रही है। बताया गया है कि फ्लैट 13 हजार रुपए और बिजली के बिल पर किराए पर दिया गया था। एसएसपी सुधीर कुमार का कहना है कि जांच में फ्लैट स्वामी को भी शामिल किया जाएगा।

आगरा की रहने वाली थी रितिका
रितिका के भाई ने बताया कि वे मूलरूप से आगरा के मोतीकटरा के रहने वाले हैं। पिता सुरेंद्र सिंह की नौकरी के चलते करीब 15 साल पहले गाजियाबाद शिफ्ट हो गए। रितिका के मामा आकाश के घर के पास टूंडला नगला झम्मन में रहते हैं।

रितिका फूड, फैशन ब्लॉगर थी। उसके इंस्ट्राग्राम पर 4 हजार से ज्यादा फॉलोअर हैं।
रितिका फूड, फैशन ब्लॉगर थी। उसके इंस्ट्राग्राम पर 4 हजार से ज्यादा फॉलोअर हैं।

क्राइम सीन का रीक्रिएशन करवाया जा रहा
रितिका के भाई की तहरीर पर 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पकड़े गए आरोपी आकाश गौतम और उसकी कथित बहन को मेडिकल के बाद कोर्ट में पेश किया गया। एसएसपी सुधीर कुमार ने बताया पूरे क्राइम सीन का रीक्रिएशन कराया जा रहा है। सबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है। आरोपी महिलाएं बहन हैं या कोई और इसकी भी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में प्लानिंग के साथ हत्या पुष्टि की हो रही है। अपार्टमेंट और आस- पास के सीसीटीवी चेक किए जा रहे हैं। आरोपियों से पूछताछ में कई बातें खुलकर सामने आईं हैं।

मां ने बेटियों की सुरक्षा पर उठाए सवाल

पोस्टमार्टम हाउस पर मृतका की मां मंजू ने रोते हुए सरकार पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार बेटियों के सुरक्षित होने की बात कहती है लेकिन मेरी बेटी को घर मे घुस कर मार दिया गया, तो बताओ कहां सुरक्षित हैं बेटियां? उन्होंने कहा है कि सरकार बेटियों के सुरक्षित होने की बात कहती है और मेरी बेटी को घर मे घुस कर मार दिया गया तो बताओ कहां सुरक्षित हैं बेटियां? रितिका की मां ने बेटी के पति, भाई और नन्दोई के साथ लिव इन पॉर्टनर विपुल को भी दोषी बताया है।उनके लिए फांसी की सजा की मांग की है।

अगवा करने का दर्ज हुआ था मुकदमा

मृतका की मां ने बताया कि मामा के घर टूंडला जाने के दौरान 9 साल पहले रितिका की मामा के पड़ोस में रहने वाले आकाश से दोस्ती हुई थी। इसके बाद आकाश लगातार गाजियाबाद में उनके घर आता था। 2013 में उसने बेटी को अगवा किया था और फिर बेटी बरामद हुई तो उसने आकाश के साथ रहने को कह दिया था। आकाश और रितिका तीन साल गाजियाबाद में रहे और फिर आगरा आ गए।

फेसबुक से नहीं हुई थी दोस्ती

मृतका के परिजनों के अनुसार आगरा आने के बाद आकाश ने काम धंधा बंद कर दिया था। रितिका विपुल के स्कूल में नौकरी करने लगी। आकाश लगातार मारता- पीटता था। इस वजह से दोनों के रिश्ते खराब होने लगे थे। इसका फायदा उठा विपुल ने भी रितिका को बहला लिया और उसके साथ अलग रहने लगा।

विपुल भी है वारदात में शामिल

मृतका की मां के अनुसार विपुल और उसकी पत्नी से आकाश लगातार ब्लैकमेलिंग कर पैसे ऐंठता था। रितिका जहां भी छुप कर रहती थी। विपुल उसकी जानकारी आकाश को दे देता था। ढाई माह पहले वो अलग फ्लैट में रहने आई और विपुल ने उसकी जानकारी आकाश को दे दी। आकाश ने रितिका को जान से मारने धमकी दी थी। विपुल ने उनके साथ मिलकर साजिश को अंजाम दिया है।

किराये पर आई थी लड़कियां

वारदात में शामिल काजल और कुषमा ने पुलिस को बताया है कि आकाश ने उन्हें पैसे और नौकरी का लालच दिया था। महिलाओं के साथ होने से फ्लैट में आसानी से एंट्री हो सकती थी।

आकाश और उसके साथ पकड़ी गई दोनों महिलाओं को जेल भेजा गया
आगरा पुलिस ने रितिका हत्याकांड में पति आकाश और उसके साथ पकड़ी गई दोनों महिलाओं को जेल भेज दिया है। पुलिस ने रितिका के पिता सुरेंद्र सिंह की तहरीर पर 302 का केस दर्ज किया है। मुकदमे में पुलिस ने आरोपी आकाश को मुखबिर की सूचना पर आई लव आगरा सेल्फी पॉइंट के पास से गिरफ्तार दिखाया है।

उसकी निशानदेही पर हत्या में शामिल काजल पुत्री बाबू निवासी टूंडला चौक फिरोजाबाद और कुषमा पुत्री दिलसरां निवासी अमृतपुर फिरोजाबाद को टीडीआई मॉल के पास से गिरफ्तार किया गया है। बाकि दो फरार लोगों की पहचान चेतन और अनवर के रूप में हुई है। आरोपी के पास से 1 मोबाइल और 1000 रुपए बरामद दिखाए गए हैं।

क्रिमिनल लायर्स के अनुसार मौके पर पकड़े गए आरोपियों को घटना के काफी समय बाद घटनास्थल से दूर पकड़े जाना दिखाने से मुकदमे की जिरह में आरोपियों को फायदा मिलेगा। जो सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं वो काफी दूर के हैं और कोर्ट में संदेह के आधार पर आरोपियों को फायदा मिल जाएगा।