पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंटांटिया जनरल हॉस्पिटल की बिल्डिंग पर फायरिंग की घटना के 4 दिन बाद भी आराेपियाें का अभी तक पता नहीं लग पाया। इस बीच पुलिस की अलग-अलग टीमें आराेपियाें की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हैं। पुलिस ने अबाेहर, सूरतगढ़, करणपुर आदि जगहाें पर भी जाकर आराेपियाें की तलाश की लेकिन पुख्ता सुराग नहीं लग पाया। तीन दिन से बाजार में इस घटना काे लेकर चर्चा कि टांटिया ग्रुप के एमडी माेहित टांटिया काे इस फायरिंग से पहले या बाद में फिराैती का वट्सअप काॅल किया गया था। चर्या है कि यह पंजाब की बराड़ गैंग ने किया था।
इस गैंग काे लाॅरेंस गिराेह से जाेड़कर देखा जा रहा है। हालांकि टांटिया ग्रुप संचालक ने साफ इंकार किया है। एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि यह केवल अफवाह है। फिराैती काे लेकर काेई काॅल नहीं अाई। अज्ञात आराेपियाें काे पकड़ने काे विशेष टीम काम कर रही है और बड़ी़ बात यह है कि आराेपियाें ने अब तक न ताे अस्पताल संचालक काे काेई फाेन किया और न ही इसके बाद किसी प्रकार की काेई अन्य गतिविधि हुई। पुलिस ने साेमवार तक आराेपियाें का पता लगने की संभावना जताई है।
उल्लेखनीय है कि 20 जनवरी की सुबह करीब 5 बजे टांटिया हाेस्पिटल बिल्डिंग पर दाे अज्ञात युवकाें ने 32 बाेर देसी पिस्ताैल से 6 राउंड फायर किए थे। इनमें से पांच बुलेट बिल्डिंग काे लगी थी। ये बुलेट पुलिस ने बरामद कर फाेरेंसिक जांच काे भिजवाए हैं।
एक जैसी लाल ड्रेस में आए थे आराेपी, आशंका याेजनाबद्ध तरीके से हुई फायरिंग: इधर टांटिया अस्पताल के ही बाहर के सीसीटीवी से मिले पहले फुटेज में अज्ञात दाे युवक लाल रंग की एक जैसी ड्रेस पहने हुए दिखाई दिए थे। इन्हाेंने इसी ड्रेस की इनबिल्ट टाेपी पहनी हुई थी। चेहरे मास्क से ढके हुए थे। दाेनाें कद काठी और एक जैसे कपड़ाें से आशंका है कि फायरिंग याेजनबद्ध तरीके से की।
यह भी आशंका है कि दाेनाें पुराने आपराधिक रिकाॅर्ड वाले युवक भी हा़े सकते हैं। जांच कर रही टीम ने इस दिशा में भी आपराधिक रिकाॅर्ड जुटाकर विश्लेषण कर रही है। आईटी सेल की टीम की भी मदद ली जा रही है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.