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सीकर के मजदूर की महाराष्ट्र में पीट-पीटकर हत्या:बेटी बोली, मुझे पढ़ाकर नौकरी लगाना चाहते थे, पापा को मार दिया

सीकर2 महीने पहले
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मृतक राधेश्याम की पत्नी अपने दोनों बेटों व बेटी शोभा के साथ। - Money Bhaskar
मृतक राधेश्याम की पत्नी अपने दोनों बेटों व बेटी शोभा के साथ।

महाराष्ट्र में काम करने गए सीकर ​​​​के मजदूर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने मजदूर को मारकर सड़क किनारे जंगल में फेंक दिया गया था। दोस्तों ने तलाश की तब उसका शव मिला। नासिक पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।

हत्या कर जंगल में फेंका गया मृतक राधेश्याम का शव।
हत्या कर जंगल में फेंका गया मृतक राधेश्याम का शव।

मजदूर सीकर जिले के मेई गांव का रहने वाला था। महाराष्ट्र पुलिस 15 मार्च को शव लेकर गांव पहुंची थी। शव देखकर परिवार के होश उड़ गए थे। मृतक राधेश्याम के 2 बेटे और एक बेटी है। 15 साल की बेटी शोभा वर्मा, 12 साल का बेटा धर्मपाल और 8 साल का बेटा विक्रम तीनों मेई के सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। राधेश्याम की पत्नी छोटी देवी नरेगा में मजदूरी करती है। दोनों पति-पत्नी मेहनत करके परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे ताकि उनके बच्चे कामयाब हो सकें।

मृतक राधेश्याम की बेटी शोभा वर्मा अपने पापा की तस्वीर दिखाते हुए।
मृतक राधेश्याम की बेटी शोभा वर्मा अपने पापा की तस्वीर दिखाते हुए।

मृतक की बेटी का वीडियो सामने आया है। जिसमें वह बोल रही है कि- मेरे पापा महाराष्ट्र में रहते थे, वो हमारे लिए कमाते थे और मुझे पढ़ाकर नौकरी लगाना चाहते थे। मेरे पापा की महाराष्ट्र में हत्या कर दी गई।

काम के लिए महाराष्ट्र गया था
दरअसल,राधेश्याम वर्मा पानी की टंकी बनाने का काम करता था। जनवरी महीने में जयपुर के ठेकेदार सोहनलाल महाराष्ट्र के नासिक में टंकी बनाने के काम के लिए राधेश्याम को नासिक लेकर गए थे। वहां राधेश्याम की मुलाकात जयपुर के फुलेरा तहसील के गांव भैसवा के रहने वाले सीताराम, पंकज मेहरा और गणेशराम से हुई। ये तीनों वहां मजदूरी का काम करते हैं। राधेश्याम तीनों के साथ काम करने के लिए नासिक के गांव घोड़ीपाड़ा चला गया। वहां जाकर चारों मजदूरी करने लगे। चारों पिछले तीन महीने से एक तिरपाल की झोंपड़ी में एक साथ रह रहे थे।

मृतक राधेश्याम के घर बैठे हुए गाँव के लोग।
मृतक राधेश्याम के घर बैठे हुए गाँव के लोग।

शराब के नशे में पीटा था
12 मार्च को नासिक के रहने वाले एक ठेकेदार की बेटी की शादी थी। चारों शादी में शामिल होने गए थे। पंकज, गणेशराम और सीताराम खाना खाकर झोपड़ी में आकर सो गए थे। राधेश्याम ने थोड़ी देर में आने को कहा था। शादी में डीजे चल रहा था। डीजे बजाने वालों के साथ राधेश्याम का किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। शराब के नशे में डीजे वालों ने डंडों से पीटकर राधेश्याम की हत्या कर दी और शव जंगल में फेंक दिया।

गाँव मेई में मृतक राधेश्याम का घर जहां उसका परिवार रहता है।
गाँव मेई में मृतक राधेश्याम का घर जहां उसका परिवार रहता है।

सड़क किनारे मिला था शव
अगले दिन तीनों साथियों ने राधेश्याम को झोपड़ी में नहीं देखकर तलाश की। जवाहर रोड के किनारे घोड़ीपाड़ा में राधेश्याम का शव मिला। शरीर पर पिटाई के निशान थे। राधेश्याम की बेरहमी से पीटकर हत्या कर दी गई थी। घटना की सूचना मिलने पर हरसुल थाना पुलिस मौक़े पर पहुंची और जांच शुरू की। महाराष्ट्र पुलिस ने हत्या के आरोप में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसने हत्या करना भी कबूल किया है। नासिक जिले के एसपी ने प्रेस वार्ता कर मर्डर का खुलासा किया था।

इनपुट : राहुल मनोहर, दांतारामगढ़