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डाउनलोड करेंराजस्थान में तीन महीने बाद कोरोना से मौत का केस आने के बाद शुक्रवार को सरकार ने तत्काल मीटिंग बुलाई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कोर ग्रुप के साथ कोरोना के हालात और रोकथाम पर रिव्यू बैठक की। गहलोत ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने की संभावनाएं तलाशने और प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखने का फैसला किया है। बैठक में अफसरों से जिलों में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाने पर जोर देने को कहा है। जीनोम सीक्वेंसिंग और सीरो सर्वे करवाने के निर्देश दिए हैं।
समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, हमने फैसला किया है कि आज ही प्रधानमंत्री को लिखेंगे कि कोरोना वैक्सीन की तीसरी बूस्टर डोज लगाने की अनुमति दें। सालभर बाद अब तीसरी डोज की आवश्यकता है ताकि तीसरी लहर नहीं आए। पीएम को लिखेंगे कि बूस्टर डोज पर विचार करें और और इसकी मंजूरी दें। कई देशों में बूस्टर डोज लगाना शुरू कर दिया है। हमारे यहां भी कई लोगों को अब साल भर हो गया, इसलिए बूस्टर डोज लगाना चाहिए। केंद्र इसकी व्यवस्था करें।
गहलोत ने कहा, कोविड पर हमने आज समीक्षा बैठक करके डॉक्टरों की राय ली है। यूरोप और रूस में भयंकर रूप से कोरोना फैल रहा है। जर्मनी, रूस में बेड तक नहीं मिल रहे हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोरोना की वजह से यूरोप में 5 लाख लोग मर सकते हैं। यह भी एक धारणा है कि कोरोना जब यूरोप में आता है तो दो महीने बाद एशिया में आता है। हमारा देश भी उसी में है। कोरोना की हमारे यहां भी संख्या बढ़ी है, इसलिए हमने रिव्यू किया है।
तीसरी लहर राजस्थान में नहीं आनी चाहिए
सीएम ने कहा कि स्कूलों में कोरोना केस आना खतरनाक है। हम इस पर नजर रखे हुए हैं। तीसरी लहर राजस्थान में आनी ही नहीं चाहिए, यह हम सबका सोचना है। इसके लिए सबको सावधानियां रखनी होंगी। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
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