पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंराजस्थान में दो साल के इंतजार के बाद आज से कुंभलगढ़ फेस्टिवल की शुरुआत हो रही है। तीन दिन तक चलने वाले इस फेस्टिवल का आगाज बुधवार सुबह महादेव पूजन के साथ होगा। इससे पहले कुंभलगढ़ का यह खूबसूरत नजारा हेलिकॉप्टर से कैद किया गया। किले की दीवार करीब 36 किलोमीटर लंबी है, जो देश की पहली और एशिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार है। हेलिकॉप्टर से जब इस किले का वीडियो लिया गया तो यहां से पाली जिले के सादड़ी में स्थित परशुराम मंदिर की पहाड़ी और यहां का जंगल भी नजर आया।
ऐसा बताया जाता है कि यह ऐसा किला है जिसे आज तक कोई जीत नहीं पाया। यहां छोटे-बड़े 300 से ज्यादा मंदिर है। सीजन में यहां करीब 50 हजार से ज्यादा पर्यटक आते हैं। हर साल दिसंबर में कुंभलगढ़ फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है, लेकिन कोरोना की वजह से दो साल से यह बंद था। इस बार तीन दिन तक इसका आयोजन किया जा रहा है। पर्यटन विभाग की उप निदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि फेस्टिवल के पहले दिन 2010 में पद्मश्री से सम्मानित वासिफुद्दीन डागर ध्रुपद शैली में प्रस्तुतियां देंगे।
वहीं दिन में लाल आंगी गैर के अलावा कई सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। फेस्टिवल के दूसरे दिन पहली ट्रांसजेंडर कथक डांसर देविका कथक नृत्य के अलावा ओडिसी डांस परफॉर्मर किरण सेगल प्रस्तुति देगी। फेस्टिवल के अंतिम दिन तीन दिसंबर को मांगणियार में अलग नाम कमाने वाले कलाकार अनवर खां प्रस्तुति देंगे।
यहां आपस में टकराते हैं बादल, इसलिए बादल महल भी कहते हैं
यहां का मौसम ऐसा है कि मानसून सीजन के दौरान हर समय बादलों का डेरा रहता है। आप जब भी बारिश के दौरान यहां आएंगे तो खुद महसूस करेंगे कि बादल यहां आपस में टकराते हैं, इसलिए यहां बने महल को बादल महल भी कहते हैं।
आसमान से ली गई कुंभलगढ़ की खूबसूरत फोटो...
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.