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डाउनलोड करेंदरिंदों ने एक बेजुबान नाबालिग के साथ गैंगरेप कर अलवर में फ्लाईओवर पर फेंक दिया। हैवानों ने नाबालिग मूक बधिर के साथ गैंगरेप किया। वहशी यहीं रुके। उन्होंने बच्ची को किसी नुकीली चीज से मारा और जख्मी कर दिया। मूक बधिर होने की वजह से मासूम चिल्ला भी नहीं सकी। आरोपी उसे गाड़ी में लेकर घूमते रहे, लेकिन खून बंद नहीं होने पर एक फ्लाईओवर पर छोड़कर भाग गए।
पीड़िता तिजारा पुलिया पर करीब एक घंटे पड़ी रही। 2 फीट सड़क खून से लाल हो गई। खून से लथपथ नाबालिग को कुछ राहगीरों ने देखा। इसके बाद पुलिस को सूचना मिली। रात करीब 9 बजे जिला अस्पताल लाया गया। यहां डॉ के.के. मीणा ने नाबालिग को अर्द्धमूर्छित हालत में देखा था।
पीड़ित कुछ बोल नहीं पा रही थी
डॉ केके मीणा ने बताया कि नाबालिग को शुरुआत में देखकर लगा कि वह मानसिक रूप से कमजोर हो सकती है। लेकिन वह कुछ बोल नहीं पा रही थी। थोड़ी बहुत मुंह से आवाज करती, लेकिन बोल नहीं पा रही थी। तब लगा कि यह मूक बधिर है। फिर रात करीब 11 बजे नाबालिग के मां व मामा अस्पताल आ गए। तब पता लगा नाबालिग की उम्र करीब 16 साल है। मूक बधिर है। जो मंगलवार शाम करीब 4 बजे घर से निकल गई थी। उसके बाद पता नहीं चला कि किसी के साथ आई या उसका अपहरण करके लाया गया।
काफी जख्मी है पीड़िता
डॉ केके मीणा ने बताया कि नाबालिग का बहुत अधिक खून बह चुका था। असल में उसके प्राइवेट पार्ट में काफी बड़ा कट लगा हुआ था। किसी नुकीली चीज से ये जख्म किया गया। इसी कारण उसका काफी खून बह गया है।
डॉक्टरों ने जयपुर रेफर किया
अलवर के अस्पताल में बालिका को 2 यूनिट खून चढ़ाया गया। इसके बाद एक यूनिट एक्स्ट्रा खून के साथ नाबालिग को अलवर से जयपुर भेजा गया। जयपुर में डीएसपी अंजू जोरवाल सहित स्टाफ लेकर गया। वहां जेके लॉन अस्पताल में नाबालिग का इलाज चल रहा है। दोपहर करीब 12 बजे नाबालिग का ऑपरेशन चल रहा था। असल में ऑपरेशन की जरूरत भी इसलिए पड़ी कि नाबालिग के प्राइवेट पार्ट में नुकीली वस्तु डाली गई थी। जिससे काफी बड़ा कट लगा हुआ था।
सरकार से साढ़े 3 लाख की सहायता
नाबालिग के परिवार को सरकार से करीब साढे 3 लाख रुपए की सहायता देने की कलेक्टर ने मंजूर की है। इसके अलावा अलवर ग्रामीण के विधायक व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री टीकाराम जूली नाबालिग के परिवार से मिले हैं। पूरी मदद का आश्वासन दिया है। असल में अलवर ग्रामीण क्षेत्र की यह घटना है।
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