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डाउनलोड करेंविधानसभा के आठवें बजट सत्र में विधायक मदन प्रजापत ने विधानसभा के कार्य एवं प्रक्रिया संचालन संबंधी नियम 295 में विशेष उल्लेख के तहत पचपदरा सिवाना में पेयजल समस्या की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करवाया। बताया कि विधानसभा क्षेत्र पचपदरा में 2011 के अनुसार जनसंख्या 4 लाख 23 हजार लोगों एवं 2017 की पशुगणना के अनुसार 52 लाख पशुओं को पानी उपलब्ध करवाने के लिए क्षेत्र के 297 गांवों को नहरी पेयजल योजना, उम्मेदसागर परियोजना कैनाल से जोड़ा है। इतने बड़े क्षेत्र में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए परियोजना के दो खंड रेगुलर एवं एक खंड में 7 सहायक अभियंता, 4 कनिष्ठ अभियंता के पद रिक्त है। नहरी परियोजना पोकरण-बालोतरा-सिवाना , संतरा भाखरी से सिवाना के काठाड़ी और पायला कला तक की लगभग 187 किमी लंबाई में पाइप लाइनों के निरीक्षण, पर्यवेक्षण के लिए महज एक अधिशाषी अभियंता ही वर्तमान में कार्यरत है। ऐसी स्थिति में काम कैसे होगा। जमीनी पानी खत्म होने से स्थानीय जल स्रोत सूख गए हैं। पूरा क्षेत्र नहरी पानी के भरोसे है। आए दिन इस परियोजना की पाइप लाइन टूटने एवं लीकेज के चलते पीने का पानी नहीं मिलने से चाराें ओर त्राहि-त्राहि मची हुई है। सिवाना में 700 दिन से ग्रामीण धरने पर बैठे हैं। बालोतरा में भी लोग हड़ताल पर आतुर है। सर्दी के दिनों में यह हाल है तो गर्मी में क्या होगा। सरकार परियोजना के तकनीकी एवं प्रशासनिक अधिकारियों के पद भरें। बालोतरा में 15 दिन के स्टॉक के लिए रिजर्व वायर का निर्माण करें, इसके लिए खेड़ में जमीन उपलब्ध है। पचपदरा को बागुंडी से सीधा जोड़ने, परियेाजना के 4 बी एवं 4सी चरण में पूरा बजट देकर कार्य को गति प्रदान करने, शहर सहित मूंगड़ा, उमरलाई, वरिया, टापरा,जागसा, बिठूजा, कनाना एवं आसोतरा-किटनोद के अंतिम छोर तक मीठा पानी पहुंचाने का इंतजाम करें।
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