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डाउनलोड करेंकोरोना के कारण 2 साल से बंद पड़ी पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन को राजस्थान पर्यटन निगम (आरटीडीसी) इसी साल सितम्बर-अक्टूबर से चलाने की तैयारी कर रहा है। आरटीडीसी ने इस बार इस ट्रेन के संचालन निजी सहभागिता से पीपीपी मोड पर करने का निर्णय किया है। कोरोनाकाल से पहले तक इस ट्रेन को रेलवे के साथ पार्टनरशिप करके चलाया जाता था, जिसमें रेलवे को 56 फीसदी और आरटीडीसी को 44 फीसदी रेवेन्यू शेयर मिलता था, लेकिन इस बार ट्रेन का किराया व अन्य खर्चे के तौर पर एक फिक्स रेलवे को दी जाएगी।
इस शाही रेल को पीपीपी मोड पर चलाने पर चर्चा के लिए आज होने वाली आरटीडीसी की बोर्ड बैठक में एक प्रस्ताव भी रखा जाएगा। बताया जा रहा है कि रेलवे ने पिछले दिनों पार्टनरशिप के तहत इस ट्रेन का संचालन करने से मना कर दिया था। रेलवे ने नई पॉलिसी 'भारत गौरव ट्रेन' के तहत शाही रेल को चलाने की बात कही थी। लेकिन इस तरह से आरटीडीसी ने इसे घाटे का सौदा मानते हुए पीपीपी मोड पर चलाने पर विचार किया है। क्योंकि आरटीडीसी के पास खुद का पर्याप्त स्टाफ भी कम है। आपको बता दें कि आरटीडीसी इसी साल सितम्बर से इस ट्रेन का संचालन शुरू करने की तैयारी कर रहा है, ताकि विंटर सीजन में राजस्थान आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों इसमें घूम सके।
आरटीडीसी चैयरमेन की अध्यक्षता में आज होने वाली इस बैठक में शाही रेल को निजी क्षेत्र की सहभागिता से चलाने के प्रस्ताव के अलावा अन्य कई प्रस्ताव रखे जाएंगे। इसमें राज्य के प्रमुख शहरों में आबकारी पॉलिसी के तहत नई इंडियन मेड फॉरन लिकर (आईएमएफएल) के शॉप्स के संचालन के प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी।
यूडी टैक्स माफी के लिए सरकार को लिखेंगे पत्र
कोविड के दौरान करीब 2 साल तक आरटीडीसी की होटल व अन्य संपत्तियों पर ट्यूरिस्ट एक्टिविटी बंद रही, जिसके कारण निगम को कोई कमाई नहीं हुई। इसके विपरीत नुकसान ही झेलना पड़ा है। ऐसे में प्रदेश की नगरीय निकायों से इन संपत्तियों पर लगने वाले यूडी टैक्स (शहरी विकास टैक्स) को माफ करने के प्रस्ताव को भी रखा गया है, जिस पर चर्चा के बाद सरकार को इस संबंध में पत्र लिखा जाएगा।
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