पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंकई बार आप जब लीक से कुछ हटकर करने की कोशिश करते है तो लोग आपकी अनदेखी करते हैं, मजाक उड़ाते हैं। कई बार आपका विरोध भी करते हैं, लेकिन अंत में जीत सिर्फ आपके हौसले, जिद और मेहनत की होती है। ऐसी ही कुछ कहानी है जयपुर के निजी कॉलेज में फर्स्ट ईयर में पढ़ने वाली रैपर तानया यादव उर्फ तनाया-डी (18) और बीट बॉक्सर कम रैपर अंजली यदुवंशी उर्फ ऐजे (19) की।
दोनों ने कुछ साल पहले रैपिंग और बीट बॉक्सिंग की शुरूआत की थी, आज विश्व के सबसे पॉपुलर सोशल मीडिया एप्लिकेशन इंस्टाग्राम के विज्ञापन का चहरा बन गई हैं। दोनों ही इंस्टाग्राम पर पिछले दो साल से अपने वीडियो डालती रहीं। फॉलोअर्स और व्यूज की संख्या बढ़ती गई। अक्टूबर में इंस्टाग्राम की नजर इनके टैलेंट पर पड़ी तो दोनों को अपने एड का हिस्सा बना लिया और आज पूरा देश इनकी कला को रोज टीवी पर देख रहा है।
जोश-जज्बे को सलाम
अच्छा लगता है... जब आप पर हंसने वाले आपके लिए तालियां बजाएं
बचपन से हनीसिंह के रैप सुनती थी। मैंने अपना पहला रैप शिक्षक दिवस पर अपने सभी 40 शिक्षकों के ऊपर 30 मिनट का लिखा था, जो उन्हें पसंद आया। कई लोग मजाक भी उड़ाते थे। मैं 11वीं क्लास में थी, तब एक रियलिटी शो के दौरान पहली बार बीट बॉक्सिंग देखी।
मैंने ठान लिया कि ये सीखनी है, क्योंकि इस आर्ट फॉर्म में कोई महिला पॉपुलर नहीं थी। 2019 में मैंने बीट-बॉक्सिंग के साथ रैपिंग सीखी और कई प्रतियोगिताएं जीतीं। आज इंस्टाग्राम एड का हिस्सा हूं। मेरी बीट-बॉक्सिंग को पहचान मिली। -जैसा बीट बॉक्सर/रैपर अंजली यदुवंशी उर्फ ऐजे ने भास्कर को बताया
मैंने अपना पहला गाना 13 साल की उम्र में लिखा। 16 साल की थी तब रैप गाना शुरू किया। मुझे रैपर कार्डी-बी के एक रैप बोडक येलो से प्रेरित किया। शुरुआत में लोगों को समझ नहीं आता था की ये क्या होता है। एक दिन स्कूल के कार्यक्रम में सुनाया। कोई भी मेरे जुनून/रुचि को गंभीरता से नहीं ले रहा था। मैंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म से इसे आगे बढ़ाया। आज लोग मुझे टीवी पर देख रहे हैं और मेरे आर्ट फॉर्म की कद्र कर रहे हैं। -जैसा रैपर तानया यादव उर्फ तनाया-डी ने भास्कर को बताया
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.