पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंजयपुर में मानसागर झील के बीच 288 साल पहले बने जलमहल को 135 करोड़ खर्च कर फिर रॉयल लुक दिया गया है। जलमहल अब अपने पुराने रॉयल हेरिटेज लुक के नए अवतार में नजर आने लगा है। खंडहर होते जलमहल को जयपुर के माने हुए क्राफ्टमैन और आर्किटेक्ट ने अपने बेहतरीन आर्टवर्क से तैयार किया है। जलमहल में बर्ड की कई वैरायटी और अरावली पर्वतमाला की खूबसूरत वादियों को देखना किसी एडवेंचर से कम नहीं है। दैनिक भास्कर में देखिए जलमहल के पहले और अब की तस्वीरें।
सवाई जय सिंह ने बनवाया था
इतिहासकार बताते हैं जलमहल का निर्माण 1688 से 1743 के बीच कराया गया था। सवाई जय सिंह ने अश्वमेध यज्ञ के बाद अपनी रानियों और पंडित के साथ स्नान के लिए इसे बनवाया था। उस समय इसका उपयोग शिकार, नृत्य और कई तरह के आयोजनों के लिए भी किया जाता था। फिर देखरेख के अभाव में जलमहल धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील होने लगा था।
2003 में काम शुरू हुआ था
इसे संवारने के लिए साल 2003 में पीपीपी मोड पर यह प्रोजेक्ट नवरत्न कोठारी को मिला। उन्होंने 2005 ट्रेडिशनल, क्राफ्टमैन, आर्किटेक्ट और हिस्टोरियन की मदद से आर्ट एंड कल्चर के एक्सपर्ट के साथ मिलकर यहां डिजाइन और लाइटिंग पर नए सिरे से काम किया। संजय कोठारी ने इस काम को आगे बढ़ाने की कमान संभाली।
महल के हेरिटेज लुक को बरकरार रखा
बीते 16 साल से इस प्रोजेक्ट को ड्राइव कर रहे आर्किटेक्ट राजीव लुंकड़ ने बताया उन्हें 2005 में इस प्रोजेक्ट को देखने का अवसर मिला था। शुरू में निराशा हुई। बाद में देशभर के नामचीन एक्सपर्ट और कलाकारों की मदद से जयपुर के इस ड्रीम को साकार किया। राजीव बताते हैं महल के हर एक हिस्से को सजाने के साथ महल के हेरिटेज लुक को बरकरार रखने का भी पूरा ध्यान रखा गया है।
उन्होंने बताया प्राइवेट कोलेबरेशन से ट्रेडिशनल क्राफ्टमैन, आर्किटेक्ट और हिस्टोरियन ने आर्ट एंड कल्चर के एक्सपर्ट के साथ मिलकर यहां डिजाइन और लाइटिंग पर नए सिरे से काम किया। शाही चमेली बाग, आनंद महल तिबारी और सुंदर कला दीर्घाओं को उनके ओरिजिनल लुक में सजाया गया हैं।
अब बोटिंग करना आसान
महल के आस-पास बड़े पैमाने पर सफाई की गई। प्रदूषित हिस्से को हटाया तो पानी ज्यादा गहरा हुआ। इससे अब यहां बोटिंग करना बहुत आसान हो सकता है। महल के आस-पास वेटलैंड विकसित हो गए हैं। जिससे बगुले, सैंडपाइपर और स्टिल्ट पक्षी आकर्षित हो रहे हैं। जलीय जीवन सुधरने से कई प्रजातियों के लिए इको सिस्टम पैदा हुआ। झील के तटों को भी विकसित किया गया।
जलमहल की हर एक चीज पर बहुत ही बारीकी से काम किया गया है। सालों से डंप हो रहे सीवरेज और कचरे को 300 ट्रैक्टर व करीब 30 से 40 जेसीबी की मदद से साफ किया गया। जलमहल के पानी को 4 पौंड में फिल्टर करके दोबारा भरा गया। स्टोर पानी को ताजा रखने के लिए ऑक्सीजन लेवल मेंटेन करने की डिवाइस लगाई गई हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.