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डाउनलोड करेंएविएशन सेक्टर के लिए लंबे समय बाद एक राहत भरी खबर आई है। ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोना संक्रमण के करीब दो साल बाद फिर फ्लाइट्स में हवाई यात्री रुख करने लगे हैं। जयपुर सहित देशभर में हवाई यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। जयपुर एयरपोर्ट पर पिछले एक महीने में करीब 82 हजार यात्रियों की बढ़ोतरी हुई है। इसे एयरलाइंस कंपनियों के साथ अडानी समूह के लिए भी बड़ी राहत माना जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि एक तरफ यात्रीभार बढ़ने से जहां एयरलाइंस कंपनियों को आर्थिक राहत मिली है। वहीं अडानी समूह को भी यात्रीभार बढ़ने से अधिक सुविधा शुल्क मिला है।
जयपुर एयरपोर्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सितंबर माह में एयरपोर्ट पर 2.24 लाख यात्रियों का आवागमन हुआ था। अक्टूबर में 37 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जिससे 82671 यात्री बढ़े। अक्टूबर में जयपुर से 18640 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों ने यात्रा की। घरेलू फ्लाइट्स में यात्रियों की संख्या 2.88 लाख रही। हालांकि कोविड से पूर्व यानि पिछले साल अक्टूबर में कुल 4.31 लाख यात्रियों ने यात्रा की थी। ऐसे में कोविड से पहले की तुलना में 71.12% यात्रीभार हुआ। कोविड से पहले की तुलना में अब महज 29 फीसदी ही यात्रीभार कम है।
राहत; कोविडकाल की तुलना में करीब 71% से अधिक यात्रीभार वापस लौटा
जयपुर एयरपोर्ट पर हवाई यात्रा में तेज ग्रोथ जारी है। पिछले एक महीने में जयपुर एयरपोर्ट से 82 हजार नए यात्रियों ने उड़ान भरी है। प्री-कोविड से तुलना में 71 फीसदी यात्रीभार वापिस एयरपोर्ट पर लौट गया है। अक्टूबर माह में कुल 3.06 लाख यात्रियों ने जयपुर एयरपोर्ट से हवाई सफर तय किया है।
ऐसे में यात्रीभार के लिहाज से जयपुर देश का 13वां सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है। जबकि अक्टूबर में पुणे एयरपोर्ट से ज्यादा यात्रियों ने यात्रा की थी। यात्रीभार में यह उछाल जयपुर एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) की रिपोर्ट में दर्ज किया गया है। एविएशन एक्सपर्ट और एयरपोर्ट ऑथोरिटी के रिटायर्ड एजीएम त्रिलोचन सिंह के अनुसार अगर कोरोना संक्रमण नहीं बढ़ता है, तो दिसंबर में जयपुर एयरपोर्ट पर यात्रीभार का नया रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा। इधर,एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि हमारी कोशिश है कि कोरोना प्रोटोकॉल की सख्ती से पालना की जाएगी।
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