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डाउनलोड करेंभर्ती परीक्षाओं में आने वाले परीक्षार्थियों को एग्जाम सेंटर में प्रवेश करने से पहले मोबाइल व बैग जमा कराने के 20 रुपए चुकाने पड़ते हैं। एक बैग जमा कराना है तो 10 रुपए। बैग में मोबाइल की गारंटी देनी है तो 20 रुपए लगते हैं। कहीं-कहीं तो दोगुने रुपए वसूल लिए जाते हैं। इसका कोई समाधान नहीं है। एग्जाम सेंटर के अंदर सामान लेकर नहीं जा सकते हैं। बाहर दुकानों पर जमा कराना मजबूरी है। दुकानदार सामान जमा कर एक रसीद देता है। उससे पहले शुल्क लेता है। फिर रसीद के आधार पर एग्जाम के बाद सामान वापस करता है। यह खेल बेरोजगारों से सालों से खेला जा रहा है। अब तंगहाल में छोटा-छोटा पैसा भी बेरोजगारों के लिए देना मुश्किल हो गया है।
हर एग्जाम से पहले स्टूडेंट्स को बैग व मोबाइल के 20 रुपए चुकाने पड़ते हैं। मंगलवार को प्रयोगशाला सहायक स्कूली भर्ती परीक्षा में भी हजारों युवाओं की जेब से मोटा पैसा दुकानदारों ने वसूला है। यह खेल हर भर्ती परीक्षा में होता है। अभ्यर्थियों पर अलग से भार पड़ता है। इसका कोई समाधान सरकार के स्तर पर नहीं निकला है।
एक-एक परीक्षा में लाखों में अभ्यर्थी
बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में लाखों अभ्यर्थी एग्जाम देते हैं। एक-एक से 20 रुपए की वसूली लगाएं तो हर बड़े एग्जाम में स्टूडेंट्स की जेब से कई लाख रुपया वसूल लिया जाता है। एक अभ्यर्थी की जेब से भले ही 20 रुपए जाते हैं। लेकिन सबको मिलाकर यह रकम लाखों में पहुंच जाती है। कई जगहों पर एक सामान के 10 रुपए से अधिक भी वसूल लिए जाते हैं। कई सेंटर के आसपास कोई दुकान नहीं होती है वहां ज्यादा पैसे लिए जाते हैं।
बस स्टैंड के सामने दुकानों पर जमा
अलवर में मंगलवार को कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से प्रयोगशाला सहायक भर्ती परीक्षा में कई हजार युवा शामिल हुए हैं। सबसे अधिक अलवर शहर में अभ्यर्थी आएं। यहां एक-एक सेंटर पर सैकड़ों ने एग्जाम में भाग लिया। बस स्टैंड के पास दो एग्जाम सेंटर के स्टूडेंट्स ने आसपास की दुकानों पर बैग व मोबाइल जमा कराए। यहां बैग के अलग व मोबाइल के अलग रुपए लिए गए हैं। यही हाल अन्य जगहों पर पूरे प्रदेश में है। बेरोजगार युवाओं से मोबाइल व बैग रखने के नाम पर भी वसूली होती है। कहीं कम कहीं ज्यादा। इसकी कोई मॉनिटरिंग नहीं होती। न सरकार के स्तर पर कोई समाधान निकला है।
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