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डाउनलोड करेंसंसाधनाें की कमी से जूझ रहे सरिस्का बाघ परियोजना में आईसीआईसीआई फाउंडेशन आगे आया है। संगठन ने जंगल और जानवरों की सुरक्षा के लिए 23 माेटरसाइकिल, 4 बाेलेराे कैंपर गाडि़यां और एक इसजू दी हैं। गर्मी में पानी के लिए भटकते वन्यजीवों के लिए जंगल में ही सोलर से चलने वाली बोरिंग लगाकर तालाब और पक्के एनीकट भरे गए।
फाउंडेशन ने विस्थापित परिवारों काे कृषि और डेयरी की ट्रेनिंग के साथ रोजगार भी मुहैया कराया है। सरिस्का जंगल में खरपतवार हटाकर करीब 200 हेक्टेयर में घास व पाैधे लगाए गए हैं। सरिस्का के बाद फाउंडेशन ने रणथंभौर अभयारण्य में भी 15 चाैकियाें पर सोलर पैनल लगाए हैं। आईसीआईसीआई फाउंडेशन ने मार्च 2021 में सरिस्का बाघ परियोजना काे संसाधन मुहैया कराने के साथ जंगल संवारने का काम शुरू किया। इसके लिए राज्य सरकार से एमओयू भी किया गया।
फाउंडेशन ने वन विभाग या किसी नाेडल एजेंसी काे पैसा नहीं देकर खुद काम शुरू किया। बाघाें की माॅनिटरिंग में लगी टीम काे 23 माेटरसाइकिल दी गई।
इसके अलावा चार रेंजाें में एक-एक बाेलेराे कैंपर गाडी व एक इसजू कार दी गई। जंगल में वन्यजीवाें काे पानी के लिए 10 सोलर से चलने वाली बोरिंग लगाई गई। इन बोरिंग की पास ही 10 तालाब बनाए गए। जिससे वन्यजीवाें काे पानी ताे मिल ही रहा है साथ ही तालाब के जरिए बोरिंग भी रीचार्ज हाे रहे हैं। जंगल में एक से डेढ़ किलाेमीटर प्राकृतिक वाटर हाेल बनाए हैं।
जिप्सी व बाइक काफी पुरानी हाे चुकी थी। आईसीआईसीआई फाउंडेशन से मिले वाहन गश्त व वन्यजीवाें की निगरानी में काम आ रहे हैं। सरिस्का मुख्यालय पर प्रशिक्षित युवाओं में से 40 काे ताे रोजगार मिल गया है। पूरा काम बिना नाेडल एजेंसी के फाउंडेशन खुद करा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार के इनका एमओयू हुआ था।
- सुदर्शन शर्मा, डीएफओ सरिस्का
फाउंडेशन की ओर से सरिस्का में पर्यावरण एवं वन्यजीवाें के संरक्षण लिए 23 बाइक, 4 कैंपर व एक इसजू गाड़ी दी है। वन्यजीवों के पानी के लिए 10 सोलर माेटर लगाई है। जंगल में तलाब व एनीकट बनवाएं हैं तथा 18 से 30 साल के युवाओं काे प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार मुहैया कराया है। सरिस्का के बाद अब रणथंभौर में भी काम करने जा रहे हैं।
-प्रदीप सिंह, विकास अधिकारी आईसीआईसीआई फाउंडेशन
20 चैकियों पर सोलर पैनल, जिससे वनकर्मी रुक सकें
सरिस्का जंगल में वन विभाग की 20 चाैकियाें पर सोलर पैलन लगाए हैं। जिससे एक लाइट व पंखा चल सकता है। वनकर्मी यहां अपना माेबाइल चार्ज कर सकते हैं। सोलर लाइट लगाने से वनकर्मी भी चाैकी पर रुकने लगे हैं। इससे पहले लाइट की सुविधा नहीं हाेने के कारण वनकर्मी इधर-उधर चले जाते थे।
40 युवाओं काे प्रशिक्षित कर दिलाया राेजगार
फाउंडेशन की ओर से सरिस्का मुख्यालय पर स्थानीय युवाओं काे पंखा, कूलर, माेटर घरेलू वायरिंग व टू व्हीलर के इंजन रिपेयर सहित अन्य प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तीन बेचाें में 60 युवाओं काे ट्रेनिंग दी जा चुकी है। इनमें करीब 40 युवाओं काे जिले में अलग-अलग इकाइयाें में रोजगार भी मिल चुका है।
इसी तरह सरिस्का से विस्थापित हुए ग्रामीणाें के लिए बर्डाेबर्डाैद रूंध व तिजारा रूंध में कृषि व डेयरी में प्रशिक्षित करने के लिए केंद्र खाेले गए हैं। यहां उन्हें परंपरागत खेती के अलावा अन्य खेती का प्रशिक्षण दिया जाता है। दाेनाें ही जगह दूध के कलेक्शन सेंटर भी खाेले गए हैं।
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