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डाउनलोड करेंअहमदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम ने 15 मई को पुष्कर से ट्रेवल एजेंट को गिरफ्तार किया था। आरोपी पार्टी ड्रग्स (केटामाइन हाइड्रोक्लोराइड ड्रग्स) विदेश भेजता था। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है। जिस आईडी के जरिए ड्रग्स भेजी जानी थी, उसे भी ट्रेस कर लिया है। इधर, गुरुवार सुबह दोबारा अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम पुष्कर पहुंची। इस मामले में एक मेडिकल स्टोर संचालक दीपक शर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि इसमें एक एमआर की भी तलाश की जा रही है।
क्राइम ब्रांच की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी पुष्कर निवासी सूर्य प्रकाश उर्फ सोनू गोयल ट्रेवल एजेंट का काम करता था। पार्सल की भी बुकिंग का काम करता था। सूर्य प्रकाश इतना शातिर था कि पार्सल बुकिंग कराने वाले कस्टमर की आईडी रख लेता था। इन्हीं आईडी से पोस्ट ऑफिस में पार्सल बुक करवाता था। जिनके नाम की आईडी होती। उन्हीं का नाम वह बताता था। सामने आया कि वह कॉस्मेटिक आइटम बताता और यह ड्रग्स पार्सल के जरिए अमेरिका भेजता था। अब तक वह कहां-कहां कितनी ड्रग्स सप्लाई कर चुका है। इसके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
गौरतलब है कि पार्टी ड्रग्स को मामले का खुलासा 14 मई को अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने किया था। पकड़ी गई 590 ग्राम ड्रग्स की कीमत 2.95 करोड़ है। मामले में अजमेर जिले के पुष्कर निवासी सूर्य प्रकाश उर्फ सोनू गोयल (67) को 15 मई की देर शाम गिरफ्तार किया था। आरोपी सोनू ने गुजरात के नवसारी जिले के विजलपुर इलाके में रहने वाले अपने मित्र सुरेश यादव को 4 मई को पार्सल भेजा था, जिस पार्सल को मुंबई होते हुए अमेरिका भेजने को कहा गया था। सुरेश ने यह पार्सल अमेरिका भेजने के लिए नवसारी डाकघर से पोस्ट भी कर दिया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पार्सल जब्त किया। अब पुलिस आरोपी से यह पूछताछ करने में भी जुटी है कि इतनी ड्रग्स उसके पास कैसे आई और अमेरिका किसे भेज रहा था।
पहले भी पकड़ी गई केटामाइन, सरगना कौन, नहीं चल पाया पता
पुष्कर के लिए केटामाइन हाइड्रोक्लोराइड ड्रग्स का कारोबार कोई नई बात नहीं है। दो साल पहले भी यहां से लगातार केटामाइन हाइड्रोक्लोराइड ड्रग्स की शीशीयां बरामद की गई। लेकिन पुलिस आज तक भी इस बात का खुलासा नहीं कर पाई कि यह ड्रग्स कहां से लाया गया और इसका सरगना कौन है। यहां तक कि नशे के हालात में विदेशी भी यहां उत्पात मचा चुके है। जानकारों का कहना है कि केटामाइन हाइड्रोक्लोराइड ड्रग्स की शीशीयों पर बैच नम्बर तक होते है और ऐसे में यह पता लगाया जा सकता है कि यह शीशीयां किसे सप्लाई की गई, लेकिन इसके बावजूद पुलिस व ड्रग्स डिपार्टमेंट ने कोई कार्रवाई नहीं की। यही कारण है कि आज भी यह गुत्थी नहीं सुलझ पाई।
दो साल पहले कार्रवाई कर दो को पकड़ा
4 दिसम्बर 2019 को पुष्कर के पंचकुंड रोड पर केटामाइन-50 की 50 से अधिक खाली शीशिया एक ही स्थान पर कचरे में पड़ी मिली। इसके बाद पुलिस ने 4 जनवरी 2020 को दो आरोपियों निखिल सोनी और भरत गांछा को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला है कि केटामाइन इंजेक्शन के पदार्थ को कपड़ों पर डालकर उसे धूप में सुखाने के बाद कांच की शीशियों, टूथपेस्ट में डालकर विदेशों में भेजा जाता है। वहीं, पुष्कर के होटलों, रेस्टोरेंट में ऊंचे दामों पर विदेशियों को बेचा जाता है। लेकिन ये केटामाइन कहां से आया और किसे देना था। इसका सरगना कौन है, पुलिस यह पता नहीं लगा पाया।
इसके बाद मिली केटामाइन, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई
नशे में उत्पात के मामले भी सामने आए
पुष्कर एवं आस पास के क्षेत्र में विदेशियों की ओर से नशे के हालात में उत्पात मचाने के मामले भी सामने आए है। गत 10 फरवरी 2022 की रात को पुष्कर घाटी में नीदरलैंड की विदेशी युवती ने नशे की हालत में अर्धनग्न होकर सड़क पर दौड़ लगा दी। राहगीरों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और उसे कपड़े पहना कर पुष्कर राजकीय अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में भी युवती डॉक्टरों के काबू में नहीं आई तो उसे अजमेर के जेएलएन अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां उसका इलाज किया गया और बाद में दिल्ली दूतावास ले जाया गया।
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