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डाउनलोड करेंनवजोत सिद्धू जेल में दाल-रोटी नहीं खा रहे। वह स्पेशल डाइट के लिए कोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंने खुद को लिवर की प्रॉब्लम बताई है। इसके अलावा ब्लड क्लॉटिंग(खून के थक्के बनना) यानी गाढ़े खून की भी दिक्कत है। गेहूं से भी एलर्जी है। सिद्धू ने मांग की कि उन्हें डॉक्टर की तरफ से बताई स्पेशल डाइट ही दी जाए। पटियाला की चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (CJM) कोर्ट ने इस बारे में जवाब मांगा है। इसके लिए राजिंदरा अस्पताल के सुपरिटेंडेंट ने डॉक्टरों का मेडिकल बोर्ड बनाया है। जो 23 मई को स्पेशल डाइट के संबंध में कोर्ट में रिपोर्ट सौंपेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि सिद्धू को कल से स्पेशल डाइट मिल सकती है।
जेल में फल, सलाद खा रहे, सिर्फ चाय पी
सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट ने 34 साल पुराने रोड रेज केस में एक साल कैद की सजा दी है। सिद्धू ने शुक्रवार को पटियाला कोर्ट में सरेंडर किया। जिसके बाद उन्हें पटियाला सेंट्रल जेल में भेजा गया है। सिद्धू ने जेल की दाल-रोटी नहीं खाई है। सिद्धू सिर्फ सलाद, फल और चाय ले रहे हैं। उनका कहना है कि बीमारी की वजह से वह बाकी चीजें नहीं खा सकते। उन्हें बिना बीज वाले कुछ ही फल खाने हैं।
अभी तक नहीं दिए नंबर
जेल में कैदी को परिजनों से बात करने की छूट मिलती है। इसके लिए वह 5 नंबर दे सकते हैं। सिद्धू को जेल में आने पर जेल प्रशासन ने यह नंबर मांगे थे। हालांकि सिद्धू ने अभी नंबर नहीं दिए हैं। सिद्धू फिलहाल अकेले रहने की कोशिश कर रहे है।
कल सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर करेंगे
नवजोत सिद्धू कल सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर कर सकते हैं। सिद्धू ने पहले गिरफ्तारी से बचने के लिए क्यूरेटिव पिटीशन दायर करने की कोशिश की थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इसकी अर्जेंट हियरिंग से इनकार कर दिया। सिद्धू के वकील अभिषेक मनु सिंघवी को तय प्रक्रिया के हिसाब से पिटीशन दायर करने को कहा गया। इस वजह से सिद्धू को शुक्रवार को ही सरेंडर करना पड़ा।
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