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डाउनलोड करेंनवजोत सिद्धू को मिली 1 साल की सजा से मृतक गुरनाम सिंह का परिवार संतुष्ट है। उनके परिजनों ने कहा कि 34 साल की लंबी लड़ाई लड़ी। सिद्धू कौन है, उनका क्या रसूख है? हमने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया। सिद्धू को सजा दिलानी है, इस पर हमारा फोकस रहा।
मृतक गुरनाम सिंह की बहू परवीन कौर ने कहा कि गुरनाम सिंह भगवान को मानने वाले थे। इसलिए आज उन्हें इंसाफ मिल गया। इस दौरान कई रूकावटें आई लेकिन हम अपने लक्ष्य पर अडिग रहे। सही मायने में हमने कभी सिद्धू के कद के बारे में सोचा ही नहीं। हम भगवान का शुक्रिया अदा करते हैं। उन्होंने जो किया सही किया।
सिद्धू कोर्ट जाएंगे तो आगे भी जारी रहेगी लड़ाई
परवीन कौर ने कहा कि अगर सिद्धू कोर्ट में जाते हैं तो हम आगे भी लड़ाई लड़ते रहेंगे। हमारा मकसद इंसाफ पाना है और उसे पाकर ही रहेंगे। खास बात यह है कि सिद्धू के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाला यह परिवार कभी खुलकर मीडिया के सामने नहीं आया। सिद्धू को सजा होने के बाद भी उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं कहा।
सिद्धू को कुछ नहीं कहना
परवीन कौर ने कहा कि इस लड़ाई में काफी ऊपर-नीचे हुआ, लेकिन हमें ज्यादा कुछ नहीं कहना। उन्होंने कहा कि सजा पाने के बाद वह नवजोत सिद्धू को कुछ नहीं कहना चाहते। परिजनों ने कहा कि हम परमात्मा का शुक्र अदा करते हैं। उनके रिश्तेदार वापस नहीं आ सकते लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर धन्यवाद करते हैं।
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