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तीस की उम्र में दिल का रोग:स्टंट डलवाने वालों में तीस फीसदी केस 30 से 35 साल की आयु वाले युवाओं के

लुधियानाएक वर्ष पहलेलेखक: रागिनी कौशल
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मिलावट वाले खाद्य-उत्पाद खाने के कारण लेबर क्लास में भी बढ़ रहे दिल की बीमारियों के मामले - Money Bhaskar
मिलावट वाले खाद्य-उत्पाद खाने के कारण लेबर क्लास में भी बढ़ रहे दिल की बीमारियों के मामले

स्ट्रेस, धूम्रपान, जेनेटिक्स, कम शारीरिक गतिविधि, गलत खान-पान, जंक फूड और गलत जीवनशैली के कारण जो बीमारियां ज्यादा उम्र के लोगों में होती थी। अब वो कम उम्र के लोगों को भी घेरने लगी हैं। इन्हीं समस्याओं के कारण अब कम उम्र के लोगों को भी दिल का रोग होने लगा है। नौबत यहां तक आ चुकी है कि आर्टरी ब्लॉक होने के कारण 30 साल के युवाओं में भी स्टंट डालने पड़ रहे हैं। यही नहीं हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों में 30 फीसदी केस 30-35 उम्र वर्ग से ही संबंधित हैं। माहिरों के अनुसार अगर समय रहते बदलाव न किए गए तो इससे भी कम उम्र के युवाओं को भी दिल की बीमारी घेर सकती है।

हाइपरटेंशन भी दिल की बीमारी को है बढ़ाता, शहरी इलाकों में 6.7% बच्चे हाइपरटेंशन के शिकार
हाल ही में हुए नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (एनएफएचएस) की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में 31 फीसदी महिलाएं और 37 फीसदी पुरुष हाइपरटेंशन के मरीज हैं। वहीं, लुधियाना में महिलाओं में 26.3 फीसदी और पुरुषों में 32.2 फीसदी में हाइपरटेंशन की बीमारी है। हाइपरटेंशन यानि उच्च रक्तचाप भी दिल की बीमारी को बढ़ाने में ज्यादा योगदान देता है। डीएमसी द्वारा बच्चों पर किए गए सर्वे के मुताबिक शहरी इलाकों के बच्चों में 6.7 फीसदी बच्चे हाइपरटेंशन के शिकार पाए गए। जो समस्या को और बढ़ा सकता है।

ज्यादा फैट वाला खाना बढ़ा रहा बीमारी
30 साल के लोगों में दिल के रोग बढ़ने के चार अहम कारण हैं इसमें जेनेटिक्स यानि परिवार में दिल के रोग की हिस्ट्री, धूम्रपान, स्ट्रेस, बीपी, शुगर की समस्या और अब एक नया कारण सामने आ रहा है वो है मिलावट वाला, ज्यादा फैट वाला व रिफाइंड खाना और इसके कारण आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग में भी दिल का रोग बढ़ रहा है। युवाओं में आर्टरी ब्लॉकेज के मामले बढ़े हैं जो चिंता का विषय है। सरकार को ऐसी पॉलिसी जरुर बनानी चाहिए जिससे कि लोगों को जागरुक किया जा सके। जिनके परिवार में दिल की रोगी रहे हों या जो बीपी व शुगर की बीमारी से जूझ रहे हैं उन्हें हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की बहुत जरुरत है। -डॉ.बिशव मोहन, कार्डियोलॉजिस्ट, डीएमसी हॉस्पिटल​​​​​​​

भारतीयों की धमनियां पतली ऐसे में खतरा ज्यादा
विदेशियों के मुकाबले भारतीयों की धमनियां पतली हैं। ऐसे में अगर गलत खाना, एक्सरसाइज न करना, शराब पीना, धूम्रपान, जंक फूड, ज्यादा कैलोरी लेना जैसी आदतों को शामिल किया जाएगा तो दिल के रोग भी बढ़ेंगे। भारत में दिल के रोगियों का आंकड़ा ज्यादा है। इसी के कारण इस उम्र वर्ग में दिल में स्टंट, बाईपास सर्जरी के मामले कुल केस में से 30 फीसदी में देखने को मिल रहे हैं। गलत आदतों को बदला नहीं गया तो इससे भी छोटी उम्र के मरीज बढ़ सकते हैं। दिल के रोगों से हेल्दी लाइफस्टाइल, कम स्ट्रेस, धूम्रपान न करना, अच्छी डाइट लेने की आदत अपना कर दूर किया जा सकता है। -डॉ.कुलवंत सिंह, डायरेक्टर, दीपक हार्ट इंस्टीट्यूट