पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंसिरोंज के महामाई माता मंदिर में चल रहे चैत्र नवरात्रि उत्सव का समापन शुक्रवार को हुआ। यहां आखिरी दिन श्री विद्या शतचण्डी महायज्ञ का समापन हुआ। पूर्णाहुति और महाआरती के बाद शाम 7 बजे से भंडारा शुरू हुआ, जो सुबह 5 बजे तक चला। इस भंडारे में 1 लाख से अधिक लोगों ने प्रसादी ग्रहण की।
करीब 8 बीघा के पंगत क्षेत्र को 20 गालों ( सेक्टर) में बांटा गया था। इसमें एक बार में एक साथ 8 हजार लोग बैठकर भोजन कर रहे थे। 2 हजार लोगों की टीम परोसदारी व भोजन प्रबंधन में लगी थी। इसने 2 शिफ्ट में काम किया। पंगत क्षेत्र के पास ही भोजनशाला बनाई गई थी।
कलेक्टर ने कहा- यहां से हम भी सीख रहे
भंडारे में उमड़े जन सैलाब और व्यवस्था को देख कर विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने कहा कि इतना बड़ी व्यवस्था देखकर मैं हैरान हूं। हम भी यहां से सीख रहे हैं कि कैसे मैनेजमेंट किया जाता है। एएसपी समीर यादव ने बताया कि 200 जवान सुरक्षा व्यवस्था में लगे। इनके अलावा राजस्व ,नगरपालिका, वन विभाग, पीडब्लूडी आदि के भी अधिकारी-कर्मचारी व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।
रात 9 बजे बाद बड़ी भीड़
रात 9 बजे तक तो लोगों का आना जाना ठीक ठाक चलता रहा। इसके बाद बहुत अधिक लोग पहुंचने लगे। रोड जाम हो गई। वन वे ट्रेफिक के बाद भी भोपाल रोड से महामाई पहुंच मार्ग ट्रैक्टर ट्राली, कार, मोटरसाइकिल खड़े हो गए। वीरपुर से पहले ही वाहन रोक दिए गए। जनसैलाब इतना हो गया कि आयोजन की प्रबंधन टीम, पुलिस और प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
सुबह 4 बजे हुआ राम राज्याभिषेक
मेले में चल रही रामलीला का भी कल रात समापन हुआ। रात्रि 3 बजे रावण बध के बाद 1 घंटे तक राधौगढ़ की प्रसिद्ध आतिशबाजी हुई। रामलीला प्रांगण में मौजूद 25 हजार से अधिक लोगों ने इसका आनंद लिया। इसके बाद सुबह 4 बजे राजा राम का राज्याभिषेक हुआ। इसके बाद रामलीला का समापन हुआ। महामाई सेवा समिति के सदस्य विधायक उमाकांत शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए मेला समापन की घोषणा की। इतना होते होते सुबह के 5 बज गए। तब भी हजारों लोग मौजूद थे।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.