पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंसरकार द्वारा हड़ताल पर सख्त रवैया अपनाए जाने के बाद अब महिला-बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाएं व अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी उग्र हाे गए हैं। विभाग ने दो दिन पहले हड़ताल पर चल रहे 4 हजार से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों को शोकाज नोटिस जारी कर हड़ताल से वापस आने का दबाव बनाया था।
एक दिन में नोटिस का जवाब नहीं देने पर इन कर्मचारियों को नौकरी से हटाने का अल्टीमेटम भी दिया था। इस कार्रवाई से हड़ताली कर्मचारियों का हौसला कम होने के बजाए और बढ़ गया। शुक्रवार को जिले भर का हड़ताली अमला जिला मुख्यालय पर एकजुट होकर उग्र प्रदर्शन कर अपने सख्त इरादे जाहिर किए।
नीमताल से कलेक्ट्रेट पहुंचकर इन कर्मचारियों ने कलेक्टर उमाशंकर भार्गव को ज्ञापन के माध्यम से सामूहिक रूप से नोटिस का जवाब दिया। इस दौरान कर्मचारियों ने प्रशासन को यह खुली चेतावनी दी है कि जितनी सख्ती विभाग द्वारा उनके साथ की जाएगी, उतनी ही ताकत के साथ वे अपनी मांग के लिए और उग्र आंदोलन करेंगे। इन कर्मचारियों ने मांग पूरी होने तक हड़ताल पर लौटने से इनकार कर दिया है।
कलेक्ट्रेट परिसर खचाखच भरा
सुबह 11 बजे जिलेभर से आंगनबाड़ी कार्यकता-सहायिकाएं, सुपरवाइजर, परियोजना अधिकारी नीमताल पर एकत्रित हुए। यहां से दोपहर 12.30 बजे कलेक्ट्रेट के लिए पैदल और वाहनों से रैली के रूप में निकले। इस दौरान लगभग 1500 से अधिक कार्यकर्ता, सहायिकाओं व अन्य कर्मचारी शामिल हुए। इस दौरान इन कर्मचारियों कर अपनी आवाज बुलंद की।
कलेक्ट्रेट का पूरा परिसर इन प्रदर्शनकारियों की भीड़ से खचाखच भर गया था। कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर बैठकर कार्यकर्ताओं व सहायिकाएं नारेबाजी करती रहीं। इसके बाद कलेक्टर के आने पर शोकाज नोटिस का जवाब सहित अपना मांग पत्र सौंपा। ज्ञापन देने के बाद वापस नीमताल आकर शाम 4 बजे तक चली सभा में प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों पर बात रखी।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.