पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंरविवार को भगवान महाकाल का श्रंगार भांग के साथ बादाम से किया। उनके मस्तक को सूर्य की तरह तेजस्वी बनाया। ललाट पर चंदन और फूल लगाए।
मोतियों की माला पहनाई और कानों में कुंडल। लाल वस्त्र पहनाकर अलग-अलग फूलों की मालाएं पहनाईं।
शिखर पर फूल मालाओं की जटा बनाई गई। मस्तक पर शेषनाग बना चांदी का मुकुट पहनाया।
श्रंगार के बाद भस्म आरती की गई। मिष्ठान, फलों व भांग का भोग लगाया।
शक्तिपीठ मां हरसिद्धि की प्रात:कालीन आरती के दर्शन
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.