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डाउनलोड करेंमध्यप्रदेश के सिनेमा बंद की कगार पर आकर खड़े हैं। कोरोना के चलते फिल्मों का रिलीज बंद हो गया। उज्जैन में पीवीआर में पुष्पा द राइज ही दमखम के साथ चल रही है। इसे चार शो में चलाया जा रहा है। 28 सेंचुरी का तीसरा पार्ट किंग्समैन हिंदी में दो शाे में और अंग्रेजी में एक शो में चलाई जा रही है। वहीं 83 क्रिकेट वर्ल्ड कप वाली एक शो में चलाई जा रही है।
इसके साथ स्पाइडरमैन भी एक शो में चल रही है। इस समय कोरोना पीक पर होने से महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, आंध्रप्रदेश, झारखंड में सिनेमा में बंद है। गुजरात का कुछ पार्ट चल रहा है तो कहीं बंद की स्थिति है। फिल्म प्रतिनिधि महेश अग्रवाल ने बताया पुष्पा फिल्म ही अच्छी चल रही है। इसके साथ सहारे से अंग्रेजी फिल्में चलाई जा रही है लेकिन पुष्पा भी कब तक चलेगी।
इसके बाद का मंजर क्या होगा, यह भविष्य के गर्भ में है। कोरोना पीक पर चलने से सिनेमा उद्याेग में खामोशी छाई हुई है। बड़ी-बड़ी फिल्मों का रिलीज रुकने से स्टार्टअप को बड़ा धक्का लगा। फिल्म वितरक प्रमोद अग्रवाल ने बताया फिल्मों का व्यवसाय हमेशा से ही जोखिमभरा रहा है लेकिन इस पर अब कोरोना का जोखिम भारी पड़ गया है।
नई फिल्मों का आना अप्रैल तक संभव मना जा रहा है। दो माह तक खतरा ज्यादा बताया जाने से अभी तो इंतजार का ही सबब बना रहेगा। कोरोना चल रहा है तो गाइड लाइन का पालन करना है, ऐसे में फिल्मों के लिए अब ओटीटी (ओवर द टॉप प्लेटफॉर्म) प्लेटफॉर्म ही बचा है। इस पर जर्सी फिल्म आने की संभावना तलाशी जा रही है।
शेष बड़ी फिल्में तो अभी तक रुकी हुई है। पहले कोरोना के बाद आई बड़ी फिल्म बेलबॉटम, सूर्यवंशी, स्पाइरमैन और पुष्पा ने ही बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड कलेक्शन का परचम फहराया। 83, तड़प ने कोई खास कमाल नहीं दिखाया। नई फिल्मों के लिए दिसंबर से फरवरी तक का समय भारी दर्शकों की भीड़ वाला रहता आया है। त्योहार और राष्ट्रीय पर्व पर बड़ी फिल्मों का अनाउंस पहले से ही हो जाता था।
ट्रेलर का प्रीमियम ही फिल्म का आउटपुट दे देता
ऑनलाइन दौर में एकसाथ देश-विदेश में रिलीज से अब दर्शकों को फिल्म का इंतजार नहीं करना पड़ता। नई फिल्म आने के पूर्व ही ट्रेलर का प्रीमियम ही उसका आउटपुट दे देता है। रील वाली फिल्में मशीन पर 20-20 मिनट के पार्ट वाली फिल्मों का दौर समाप्त हो गया। नए दौर की फिल्मों में पॉप म्यूजिक ने जगह ले ली, क्लासिकल म्यूजिक, गजल-गीत का अभाव है।
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