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महाकाल मंदिर में कंट्रोवर्शियल केस पर क्या एक्शन?:फिल्मी गाने पर युवती का डांस, मारपीट; 6 साल में कुछ में कार्रवाई, कुछ को सिर्फ नोटिस

आनंद निगम (उज्जैन)8 महीने पहले
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उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। महाकाल मंदिर में भक्तों की भीड़ के बीच आए दिन यहां के विवाद सुर्खियों में बने रहते हैं। ताजा मामला बुधवार का है, जब भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता बैरिकेड्स तोड़कर मंदिर में प्रवेश कर गए थे।

मामला सुर्खियों में आया तो दबाव में मंदिर समिति ने कार्रवाई का मन बनाया और रात होते-होते महाकाल थाने में दो कार्यकर्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज करा दी। ये पहला मौका नहीं है जब मंदिर में विवाद हुआ हो। इससे पहले भी कई बार विवाद हुए, लेकिन मंदिर समिति ने कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया। इसके चलते हमेशा विवाद की स्थिति निर्मित होती गई।

उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि इस बार एक्शन जरूरी था ताकि आने वाले समय में इस तरह की विवाद की स्थिति नहीं बने। उन्होंने कहा कि अब नई व्यवस्था शुरू की जाएगी। अगर कोई डेलिगेशन आता है तो संबंधित को नियम बताकर प्रवेश दिया जाएगा।

पढ़िए, क्या था पूरा विवाद...

कार्यकर्ता बैरिकेड्स तोड़कर नंदी हॉल में घुस गए थे

बुधवार सुबह भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आगमन पर बड़ी संख्या में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने महाकाल मंदिर पहुंचकर हंगामा किया था। इसके बाद उन्होंने नंदी हॉल में प्रवेश को लेकर मंदिर के सुरक्षाकर्मियों से अभद्रता की और बैरिकेड्स गिराकर नंदी हॉल में जबरन प्रवेश कर गए थे। मामले का VIDEO वायरल होने के बाद देर शाम महाकाल मंदिर समिति की और से भाजयुमो के दो कार्यकर्ता वीरेंद्र और राघवेंद्र सहित अन्य अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया। भाजयुमो प्रदेश मंत्री अमय आप्टे ने बताया कि नियम अनुसार अनुमति ली गई थी और प्रवेश से पहले महाकाल मंदिर समिति को बता भी दिया था कि कुछ लोग साथ में आएंगे, इसके बाद भी रोका गया।

घटना का CCTV पुलिस को दिया
पूरी घटना को लेकर महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने 24 घंटे बाद मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि पूरी घटना में अभी तक दो लोगों की पहचान हुई है। उनके खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। बाकी अज्ञात है। पुलिस को घटना के CCTV फुटेज सौंप दिए हैं। पुलिस CCTV के आधार पर बचे हुए लोगों पर कार्रवाई करेगी।

अब आपको बताते हैं कि 6 साल में कई बार बड़े विवादों के चलते मंदिर समिति की कार्यप्रणाली और व्यवस्था क्यों सुर्खियों में रही। दरअसल, इससे पहले भी विवाद हुए, लेकिन इन विवादों में कार्रवाई हुई और जो सुर्खियां भी बनीं, बाकी विवादों को मंदिर में शांत कर दिया गया। देखिए, स्लाइड्स...

इन मामलों ने भी बंटोरी सुर्खियां

करीब साल पहले महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में लगी एक महिला पुलिसकर्मी ने अपना जन्मदिन नंदी हॉल में केक काट कर मनाया था। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद तत्कालीन एसपी ने पुलिस कर्मी को सस्पेंड कर दिया था। इसके अलावा तत्कालीन बीजेपी से सांसद रहे चिंतामन मालवीय ने अधिकारियों को अपशब्द कहकर मंदिर में प्रवेश किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके साथ ही सीएम रहे कमलनाथ के आगमन पर भी एक बार सुरक्षाकर्मियों से भिड़े घट्टिया के विधायक रामलाल मालवीय पर भी कार्रवाई नहीं हुई थी।

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