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डाउनलोड करेंसिंगरौली जिले में एक बार फिर भास्कर की खबर का असर देखने को मिला है। सबसे पहले भास्कर ने कोटेदार की मनमानी की खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद अधिकारियों की नींद टूटी और तियरा गांव के कोटेदार की मनमानी पर जांच शुरू हो गई है।
बुधवार को तहसीलदार सहित तीन सदस्यीय टीम गांव में पहुंची। जहां उपभोक्ताओं से पूछताछ करने के बाद कोटेदार से भी कई बिंदुओं पर जानकारी लिया है। ग्रामीणों ने पीएम योजना का राशन नहीं मिलने की शिकायत कलेक्टर से की थी। जिसके बाद जांच शुरू कर दी गई है।
बताया जा रहा है एक सप्ताह पहले तियरा गांव के ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। जहां ग्रामीणों का कहना था कि राशन नहीं मिला, तो हम भूख मर जाएंगे। साथ ही परिवार का गुजारा कैसे करें। जिसपर कोटेदार बोलता है, केवल एक माह का राशन दूंगा। कलेक्टर ने शिकायत को गंभीरता से लिया और विभाग के अधिकारी को जांच कराने के लिए निर्देशित किया।
इसके बाद तहसीलदार सहित जांच टीम गांव में पहुंचे और राशन नहीं मिलने का कारण ग्रामीणों से पूछा है। जहां ग्रामीणों ने कोटेदार की मनमानी को उजागर करते हुए बताया है कि इससे पहले भी कई बार तियरा कोटेदार की शिकायत की गई है, लेकिन अधिकारियों ने शिकायत को संज्ञान नहीं लिया तो उसके हौसले और बुलंद हो गए। यहीं वजह है कि पीएम योजना के राशन की कालाबाजारी कर दी गई है।
राशन उठाव के बाद नहीं किया था वितरण
जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि तियरा कोटेदार प्रत्येक माह गोदाम से राशन का उठाव करता है, लेकिन गरीबों को वितरण नहीं करता है। हालांकि कोटेदार ने जांच टीम को राशन विरतण करना बताया है।
इस बात का ग्रामीणों ने विरोध किया और कहा कि जब भी दुकान खोलने की बात करते हैं, तो राशन नहीं गिरने का हवाला दिया गया है। मनमानी से तंग आकर ग्रामीणों ने शिकायत की है। आरोप था कि कोटेदार प्रवीण कुमार दुबे ने बीते फरवरी माह से अब तक पीएम योजना के राशन का वितरण नहीं किया है।
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