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डाउनलोड करेंत्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण को लेकर सर्वोच्च न्यायालय से आए निर्णय के बाद सिंगरौली जिले में भाजपा व कांग्रेस के पदाधिकारियों का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया है। दोनों ही पार्टियों ने पत्रकारवार्ता बुलाकर चुनाव में बाधा डालने और ओबीसी वर्ग के विरोधी होने का एक दूसरे पर आरोप लगाया है।
इधर जिला कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष अरविंद सिंह चंदेल ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण को खत्म करने का षड्यंत्र रच रही है। शहर अध्यक्ष अरविंद सिंह चंदेल ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष देश एवं प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा ओबीसी के पक्ष में खराब प्रदर्शन कर ओबीसी आरक्षण को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन कांग्रेस हर हाल में ओबीसी को अधिकार दिलाएगी।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 11 मई 2022 को घोषणा किया है कि पार्टी आने वाले निकाय चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग के 27 प्रतिशत सीट पर प्रत्याशियों को टिकट देगी। कहा कि ओबीसी आरक्षण समाप्त कराने का शिवराज सरकार पहले जानबूझकर संवैधानिक अध्यादेश लेकर आई है और बाद में न्यायालय के दबाव में इस संवैधानिक अध्यादेश को वापस लिया है। भाजपा ओबीसी वर्ग की विरोधी है और छल कर रही है।
वहीं दूसरी ओर भाजपा कार्यालय में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह ने पत्रकारों से कहा कि विगत दिनों प्रदेश सरकार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने की पूरी तैयारी में थी।चुनाव में ओबीसी वर्ग को कराए गए सर्वे के आधार पर 48 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की योजना थी, लेकिन कांग्रेस ने जबरन मामला न्यायालय में ले जाकर चुनाव को टाल दिया। साथ ही ओबीसी वर्ग से 27 फीसदी से अधिक मिलने वाले आरक्षण से वंचित कर दिया।
ओबीसी आरक्षण को लेकर भाजपा और कांग्रेस के इस बयानबाजी से आम जनता कितनी कितनी खुश और नाखुश है ये तो चुनाव में आने वाला वक्त ही बताएगा । फिलहाल इस तरह के बयानबाजी को लेकर सियासी गलियारों में हलचल मच गया है ।
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