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डाउनलोड करेंकेंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी अमृत सरोवर योजना मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में जल संरक्षण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि होगी। क्रियान्वयन के लिए योजना पर तेजी से काम चल रहा है। मध्य प्रदेश में लगभग 5300 बड़े तालाब विकसित किए जा रहे हैं। उम्मीद है कि भविष्य में ग्रामीण इलाकों के लिए वरदान साबित होंगे।
योजना के तहत कम से कम 100 तालाब प्रत्येक जिले में विकसित करने का टारगेट है। लक्ष्य को पूरा करने में सिंगरौली जिला अव्वल साबित हुआ है। सिंगरौली में केंद्र सरकार के टारगेट का दोगुना लक्ष्य 30 मई तक पूरा होने की संभावना है। कलेक्टर राजीव रंजन मीणा के मुताबिक अमृत सरोवर योजना के तहत सिंगरौली जिले की अलग-अलग तहसील में 150 से अधिक तालाब विकसित किए जा रहे हैं। टारगेट 30 मई तक पूरा होने की उम्मीद है। इस योजना से जिले के अन्नदाताओं में खुशी की लहर है। किसानों को इससे दुगुनी आय होने की संभावना है।
ग्रामीण अंचल में बन रहे 106 अमृत सरोवर और नालों में चेक डेम का काम पूरा होने से बारिश का पानी पर्याप्त मात्रा में संचित हो सकेगा। ऐसे में किसानों को धान सहित अन्य फसलों की बोवनी व सिंचाई के लिए इस बार पानी के लिए बहुत अधिक परेशान नहीं होना पड़ेगा। पुराने तालाबों का गहरीकरण और जीर्णोद्धार होने से उनमें भी जल संरक्षण हो सकेगा। इससे किसान खेतों व फसल की आसानी से सिंचाई कर सकेगा। इन बातों को ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग ने इस बार पिछले वर्ष की तुलना में 1.62 लाख हेक्टेयर में बोवनी कराने की योजना बनाई है। पिछले खरीफ में बोवनी का रकबा 1.42 लाख हेक्टेयर ही रहा है। अब की बार धान के अलावा अरहर, बाजरा, रामतिल जैसी फसलों की बोवनी का रकबा बढ़ाया जाएगा।
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