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डाउनलोड करेंसीधी जिले में लावारिस दफन लाश को परिजन के हंगामे के बाद प्रशासन ने जमीन से निकलवा लिया। 13 मई को एक युवक की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। जिसकी पहचान न होने के कारण जमोड़ी थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद दफना दिया। लेकिन बहरी थाना अंतर्गत ग्राम रामडीह अमरपुर के एक परिवार ने दावा किया कि दफन शख्स उनके परिवार का सदस्य है। परिजन के हंगामे के बाद शव को जमीन से निकाला गया।
मृतक बृजेंद्र गौतम के परिजन ने आक्रोशित होकर पुलिस पर आरोप लगाया गया कि पुलिस ने किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म में अज्ञात शव की जानकारी नहीं दी। न ही मीडिया के माध्यम से जानकारी दी गई। अगर जानकारी दी जाती, तो हम शव को ले जाते और हिंदू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार करते।
परिजन और प्रशासन की उपस्थिति में निकाला शव
पुलिस ने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति की लाश कल ही दफनाई गई है। व्यक्ति की फोटो और कपड़े परिजन को दिखाए। जिसको देखकर परिजन ने मृतक की शिनाख्त सदस्य बृजेंद्र गौतम (47) के रूप में की। तहसीलदार गोपद वनास की अनुमति और नायाब तहसीलदार दीपेंद्र तिवारी, डीएसपी मयंक तिवारी और जमोड़ी थाना प्रभारी शेषमनी मिश्रा, मृतक के परिजन की उपस्थिति में दफन शव को निकाला।
शव खराब ना हो इसलिए दफनाया-पुलिस
इस मामले में जमोड़ी थाना प्रभारी शेषमड़ी मिश्रा ने कहा कि 24 घंटे तक शव को पहचान करने के लिए रखा गया था। शव खराब न हो इसके लिए उसे दफना दिया। हमने जिले के सभी थानों और तहसील में जानकारी दी गई थी, लेकिन कोई नहीं आया।
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