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डाउनलोड करेंतीसरी लहर की आशंका के बीच कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। सतना में कोरोना ने शुरुआती दौर में ही कलेक्ट्रेट से लेकर कोर्ट तक अपने पांव पसार लिए हैं। हालांकि प्रशासन ने एहतियात और जागरूकता के लिए तमाम प्रयास शुरू किए हैं लेकिन जनता की लापरवाही सारी कोशिशों पर भारी पड़ती नजर आ रही है। नतीजा ये है कि रोजाना औसतन 10 नए केस सामने आ रहे हैं।
कोरोना की दूसरी लहर में सैकड़ों मौतों का दंश झेल चुके सतना में औसतन 10 केस रोजाना मिल रहे हैं। हालांकि सरकारी तौर पर हो रहे टेस्ट के मुकाबले संक्रमण के नए सरकारी आंकड़े ज्यादा नही हैं, लेकिन प्राइवेट लैब और स्वयं लोगों द्वारा की जा रही जांचों में पुष्ट हो रहे संक्रमण का पता नहीं चल रहा। निजी जांचों के आंकड़े सरकार और प्रशासन के पास उपलब्ध नही हैं लिहाजा जिले में संक्रमितों की आधिकारिक संख्या अभी 80 ही है। यह संख्या बीते एक सप्ताह में बढ़ी है।
शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार जिले में प्रतिबन्ध लगाये गए हैं। कलेक्टर - एसपी खुद सड़क पर उतर कर लोगों से नियमों के पालन की अपील कर रहे हैं। लेकिन बाजार की भीड़ इन कोशिशों पर भारी पड़ रही है।
स्कूलों में भी खतरा
कलेक्ट्रेट के लिपिक, तहसीलदार और पटवारी ही नही जज भी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। शासन ने 15 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों का टीकाकरण शुरू कराया है लेकिन खतरे के बादल 15 साल तक की उम्र के बच्चों पर भी मंडरा रहे हैं। निजी और सरकारी स्कूलों में कई छात्रों के संक्रमित होने की पुष्टि रिपोर्ट्स में हो चुकी है।
अदालत में वर्चुअल कामकाज
जज के संक्रमित पाए जाने के बाद जिला न्यायाधीश राजेन्द्र प्रसाद शर्मा ने अदालती कामकाज की नई गाइड लाइन जारी कर दी है। उन्होंने अति आवश्यक मामलों को छोड़ कर अदालत के अन्य कामकाज को वर्चुअली, वीसी के माध्यम से करने की व्यवस्था दी है। पक्षकार और वकील भी अदालत में तभी उपस्थित होंगे जब अदालत द्वारा बुलाया जाए। जेल में बंद कैदियों की पेशियां भी वीसी के जरिए ही होंगी।
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