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डाउनलोड करेंजिले में वैक्सीनेशन का पूरा एक साल हो गया है। 16 जनवरी 2021 को जिले में वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई थी। वैक्सीनेशन में टीकमगढ़-निवाड़ी जिले में 10 लाख 40 हजार लोगों को चिंहित किया गया था। जिनमें से पहला डोज 97% और दूसरा डोज 92.9% लोगों को लगाया गया। अब हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 प्लस के लोगों को बूस्टर लगाने की शुरूआत की गई है। दरअसल एक साल में वैक्सीनेशन के दौरान कई रोचक किस्से देखने को मिले हैं।
वैक्सीनेशन के चलते कोरोना की दूसरी लहर लोगों पर हावी रही। इसी बीच कई लोगों ने कोरोना महामारी के बीच पहला डोज लगवाया। वहीं कई लोग ऐसे भी थे जो पहला डोज लगवाने में परहेज करते रहे। इसके बाद फिर महावैक्सीनेशन अभियान में बड़ी संख्या में लोगों ने डोज लगवाए। जिले में 15 से अधिक महावैक्सीनेशन अभियान चलाए गए। तब जाकर वैक्सीनेशन इस स्थिति में पहुंचा।
पहला डोज लगवाने में 3% और दूसरा डोज लगवाने में 7.1% लोगों ने नहीं दिखाई रुचि
जिले में 10 लाख 40 हजार लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इसमें से पहला डोज 10 लाख 8 हजार 800 लोगों काे लगा। वहीं दूसरा डाेज 9 लाख 66 हजार लोगों को ही लग सका। बाकी लोग ऐसे हैं जिनका दूसरे डोज का समय नहीं हुआ या फिर वे लगवाने में परहेज कर रहे हैं।
वहीं पहला डोज लगवाने वाले 3% लोग रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जिले में फ्रंटलाइन और हेल्थ वर्कर के साथ 60 प्लस के लोगों में से 6 हजार 819 लोगों को बूस्टर डोज लगाने के लिए चिंहित किया गया है। जिनमें से अब तक 2 हजार 573 लोगों का बूस्टर डोज लगाया जा चुका है। बाकी सभी लोग अभी भी बूस्टर डोज के लिए रह गए हैं। बूस्टर डोज लगाने का कार्यक्रम जारी है।
69.3% बच्चों को लग चुका पहला डोज
जिले में 15 से 18 साल तक के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू किया गया। जिसमें जिले के 92 हजार बच्चों को चिंहित किया गया है। इनमें से 63 हजार 756 बच्चों को स्कूलों के माध्यम से पहला डोज लगाया जा चुका है। जिस पर अब तक 69.3% बच्चों का वैक्सीनेशन किया गया। हाल ही में 15 दिन के लिए स्कूल बंद होने से घर-घर जाकर वैक्सीन लगाने की योजना बनाई गई है।
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