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डाउनलोड करेंरीवा जिले के नईगढ़ी थाना अंतर्गत महेबा गांव में श्रम कार्ड बनाने के नाम पर दर्जनों ग्रामीणों से लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक तीन दिन पहले दो बदमाश गांव में आते थे। जो एक ही परिवार के तीन सदस्यों से अंगूठा लगवाकर 25 हजार रुपए निकाल लिए। दूसरे दिन फिर बदमाश गांव पहुंचे तो शक हुआ। ऐसे में दोनों आरोपियों को ग्रामीणों ने घेर लिया।
तभी एक आरोपी मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया। जबकि दूसरे आरोपी को ग्रामीणों ने घेराबंदी कर पकड़ते हुए पुलिस को सौंप दिया था। नईगढ़ी थाने में आईपीसी की धारा 420 और आईटी एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया है।
खाते से रकम गायब
नईगढ़ी थाना प्रभारी ओपी तिवारी ने बताया कि 10 जनवरी को आरोपी सुनील पटेल पुत्र अच्छेलाल निवासी मौहारी (22) और उसका साथी आशीष पटेल महेबा गांव गए थे। जहां आरोपियों ने ई-श्रम कार्ड बनाने के नाम पर नागेश्वर गोस्वामी, सुरेन्द्र गोस्वामी और नंदलाल गोस्वामी का आधार कार्ड, बैंक पासबुक की डिटेल और अंगूठा स्कैन कराया। इसके बाद जल्द ही ई-श्रम कार्ड बनने का आश्वासन दिया। इधर आरोपियों के जाते ही तीनों पीड़ितों के खाते से 25 हजार रुपए की रकम गोल हो गई।
दूसरे दिन फिर आरोपी पहुंचे गांव
पुलिस की मानें तो ठगी करने वाले आरोपी दूसरे दिन भी महेबा गांव पहुंचकर अन्य लोगों का श्रम कार्ड बनाना शुरू कर दिया। तभी ठगी के शिकार लोगों को गांव में आरोपियों के आने की जानकारी मिल गई। ऐसे में सभी ग्राीमण मौके पर पहुंच गए। जहां एक आरोपी सुनील पटेल को पकड़ लिया। वहीं दूसरा आरोपी आशीष पटेल बाइक लेकर भाग गया।
ठगी की 17 शिकायतें दर्ज
महेबा गांव में ठगी की जानकारी जैसे ही पूरे क्षेत्र में फैली तो अन्य गांव के ग्रामीण एकत्र होकर थाने पहुंच गए। दावा है कि तीन घंटे के अंतराल में 17 शिकायती आवेदन थाने पहुंचे है। चर्चा है कि आगामी दिनों में आवेदनों की संख्या बढ़ सकती है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी अधिकतर गरीब लोगों का श्रम कार्ड बनाने के नाम पर धोखाधड़ी करते थे।
10 गांव में हुई ठगी
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों ने नईगढ़ी और शाहपुर थाना क्षेत्र के करीब दो दर्जन से ज्यादा गांव के लोगों को ठग चुके है। जिसमे अकेल नईगढ़ी थाने के एक दर्जन गांव शामिल है। सभी जगहों पर श्रम कार्ड के नाम पर धोखाधड़ी की गई है। सबसे ज्यादा ठगी महेबा, भीर, करह, बहुती, भटिगवां सहित अन्य गांवों में हुई है।
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