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डाउनलोड करेंरीवा जिले के सेमरिया थाना अंतर्गत रगौली गांव निवासी बीएसएफ जवान को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। ग्रामीणों ने बताया 12 जनवरी को गोहाटी में तैनात जवान को ब्रेन हेमरेज हो गया था। आनन फानन में आला अधिकारी सेना के अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे तो चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। ऐसे में शहीद सैनिक का पार्थिव शरीर 13 जनवरी को लखनऊ स्थित बीएसएफ मुख्यालय लाया गया।
यहां सेना के विशेष वाहन से पार्थिव देह प्रयागराज लाई गई। इसके बाद सेना का वाहन सड़क मार्ग से चलकर 14 दिसंबर की देर रात सेमरिया थाने पहुंचा। रातभर बीएसएफ जवान का पार्थिव शरीर सेमरिया थाने में रखा रहा। 15 जनवरी को सुबह क्षेत्र के युवाओं ने बाइक रैली निकालकर भारत माता के जयकारों के साथ गृह ग्राम पहुंचा।
गार्ड ऑफ आर्नर के साथ दी विदाई
शहीद बीएसएफ जवान को गार्ड ऑफ आर्नर देकर सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। सैनिक की अंतिम यात्रा में बीएसएफ के आला अधिकारी सहित सांसद जनार्दन मिश्रा, सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी, सेमरिया नायब तहसीलदार प्रवीण त्रिपाठी, थाना प्रभारी आशीष खरे, उपनिरीक्षक महेन्द्र पाण्डेय आदि मौजूद रहे।
बेटे ने दी मुखाग्नि
शहीद की अंतिम विदाई में हर किसी की आंखे नम दी। लोग उनके सेना के प्रति समर्पण की कहानियां सुनाते हुए पुष्पांजलि अर्पित करते हुए संजय सिंह अमर रहे के नारे लगाए। अंत में पुराहित की मौजूदगी में हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार उनका अंतिम संस्कार कराया गया। जहां 15 वर्षीय बेटे ने मुखाग्नि देकर अग्नि प्रज्वलित की। तभी वह दुनिया को छोटकर चले गए।
एक बेटा और एक बेटी
बता दें कि बीएसएफ जवान संजय सिंह पुत्र लेखराज सिंह (37) निवासी रगौली के एक बेटा और एक बेटी है। चर्चा है कि वह कई दिनों से बीमार चल रहे थे। जिनको पहले परिजन देखने भी गए थे। सीनियर चिकित्सकों की मौजूदगी में उपचार कराया गया तो स्वस्थ्य हो गए। लेकिन तीन दिन पहले ड्यूटी के दौरान अचानक से ब्रेन हेमरेज हुआ और निधन हो गया।
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