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डाउनलोड करेंरीवा जिले में 68 हजार किसानों से समर्थन मूल्य पर 42.68 लाख क्विंटल धान खरीदी जा चुकी है। यहां अब तक किसानों को 6 अरब रुपए से ज्यादा राशि का भुगतान किया जा चुका है। उपार्जन केन्द्र से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि रीवा जिले में धान खरीदी के लिए 124 केंद्र बनाए गए थे। धान खरीदी की शुरुआत 29 नवंबर से शुरू हुई थी। जिसका समापन 15 जनवरी को होना था।
लेकिन करीब 4000 किसानों की धान नहीं बिक पाई थी। ऐसे में जिला प्रशासन ने 20 जनवरी तक उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी का समय प्रदेश सरकार से मांगा था। जिसे राज्य सरकार ने स्वीकार करते हुए रविवार की दोपहर नया आदेश जारी कर 20 जनवरी तक समय दे दिया है।
प्रशासन ने नहीं होने दी वारदानें की कमी
जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम संजय सिंह ने बताया कि वर्ष 2021-22 की धान खरीदी में जिला प्रशासन द्वारा वारदानें की कमी नहीं होने दी गई है। जिससे समर्थन मूल्य पर शांतिपूर्ण खरीदी होती रही है। पिछले वर्षों की भांति इस वर्ष किसान संगठनों ने कोई चक्काजाम नहीं किया। साथ ही कहीं पर विवाद की स्थितियां नहीं बनी है। शांतिपूर्ण खरीदी पर पीएस ने कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी को बधाई दी है।
कलेक्टर ने कहा कि एसपी नवनीत भसीन के निर्देश पर समय-समय पर संयुक्त कार्रवाई की गई। नतीजन यूपी के व्यापारियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया गया। वहीं चोरी छिपे जो धान यूपी की ओर से एमपी के रीवा की तरफ लाई गई। उनको जब्त कर व्यापारियों के खिलाफ अलग-अलग थानों में मामले दर्ज कराया हैं।
20 जनवरी तक होगी तौल
खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए अंतिम दिन शेष बचे किसानों की तौल का कार्य 20 जनवरी तक कराया जाएगा। संचालक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण ने निर्देश दिए हैं कि जिले के 124 उपार्जन केन्द्रों में 3488 किसानों की धान का सत्यापन राजस्व विभाग के अधिकारी करें। धान की गुणवत्ता का परीक्षण करते हुए वास्तविक किसान के एफएफक्यू धान की प्रविष्टि 20 जनवरी तक पूर्ण कराएं।
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