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डाउनलोड करेंरतलाम जिले में अब डेंगू जानलेवा साबित होता जा रहा है । रतलाम के सैलाना में 20 वर्षीय डेंगू पीड़ित युवती की इंदौर के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इससे पूर्व सैलाना में 5 वर्षीय बच्ची और 35 वर्षीय व्यापारी की डेंगू से मौत हो हुई है। रतलाम शहर में दो महिलाओं सहित जिले के नामली,सेमलिया, रावटी में तीन बच्चों की मौत भी डेंगू से हो चुकी है । लेकिन स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में जिले में अब तक एक भी मौत डेंगू से नहीं होना बताया जा रहा है । सैलाना की 5 वर्षीय हिमांशी मालवीय और व्यापारी बसंत कसेरा की मौत पिछले महीने हुई थी। जिसके बाद अब नेहा कुमावत कि इंदौर के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई है। नेहा बीएससी मैथ्स की मेधावी छात्रा थी। डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद परिजन उसे इंदौर के निजी अस्पताल ले गए थे जहां रविवार शाम उसकी मृत्यु हो गई । जिले में अब तक 410 डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं। वहीं अब तक 200 बच्चे भी डेंगू से पीड़ित पाये गये है।
रतलाम जिले में डेंगू के लक्षण पाए जाने वाले 10 लोगों की मौत , प्रशासन के आंकड़ों में डेंगू से एक भी मौत नहीं
जिले में सबसे पहले रतलाम हॉस्पिटल में भर्ती युवक की मौत का मामला सामने आया था । जिसे डेंगू के लक्षण पाए जाने पर रतलाम के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था । जिसके बाद जिले के सेमलिया गांव में 12 वर्षीय हरिओम सोलंकी, नामली के स्टेशन रोड निवासी 14 वर्षीय काजल सोलंकी और रावटी निवासी 15 वर्षीय नमन ग्वालियरी की मौत डेंगू की वजह से हो चुकी है। रतलाम शहर में 28 वर्षीय पल्लवी पोरवाल और 35 वर्षीय राशि झालानी की मृत्यु भी डेंगू से हुई थी। इसके बाद सैलाना में 5 वर्षीय हिमांशी मालवीय , 35 वर्षीय बसंत कसेरा और 20 वर्षीय नेहा कुमावत की मौत डेंगू से होना बताई जा रही है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में अब तक डेंगू से एक भी मौत की पुष्टि नहीं की गई है।
बहरहाल डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा लगातार जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन डेंगू के मरीजों की रफ्तार एक बार फिर बढ़ती हुई नजर आ रही है।
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