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डाउनलोड करेंरतलाम में मवेशियों से भरे बेकाबू ट्रक ने रविवार को 7 लोगों की जान ले ली। मृतकों में 4 पुरुष व 3 महिलाएं हैं। बाइक को बचाने की कोशिश में ट्रक दूसरी बाइक को चपेट में लेते हुए डिवाइडर में घुस गया। सर्विस लेन के डिवाइडर पर खड़े लोग बस का इंतजार कर रहे थे, जो इसकी चपेट में आ गए।
रविवार शाम हुआ यह हादसा कई परिवारों को जिंदगी भर का दर्द दे गया। किसी बच्चे के सिर से पिता का साया उठा गया तो किसी से उसकी मां का आंचल छिन गया। किसी ने पत्नी तो किसी ने पति को खो दिया।
पहले जान लेते हैं पूरा मामला...
यह हादसा रविवार शाम रतलाम में लेबड़-नयागांव फोरलेन के सातरुंडा चौराहे पर हुआ। मृतक और घायलों में शामिल लोग रतलाम और धार जिले के हैं, जो सातरुंडा माताजी के यहां मान उतारने के कार्यक्रम में शामिल होने आए थे।
उज्जैन जिले के बड़नगर के पास स्थित बिरियाखेड़ी में रहने वाले कान्हा राठौर के 4 साल के बेटे शौर्य की मन्नत उतारने का कार्यक्रम रखा गया था। इसी में शामिल होने उनके कुछ रिश्तेदार रतलाम व धार जिले से आए थे। वे वापस जाने के लिए शाम 4.45 बजे रूनीजा वाली साइड में सर्विस लेन के डिवाइडर के पास खड़े होकर बस का इंतजार कर रहे थे। कुछ लोग डिवाइडर पर बैठे थे।
इसी दौरान रतलाम की ओर से भैंसों से भरा ट्रक तेज स्पीड में आया और डिवाइडर तोड़ते हुए वहां खड़े लोगों को रौंदते हुए सर्विस लेन पर जा पहुंचा। जिससे 7 लोगों की मौत हो गई वहीं 11 लोग घायल हैं। घायलों में कुछ दूसरे यात्री भी शामिल हैं।
रास्ते में खत्म हुआ एम्बुलेंस का फ्यूल
हादसे के बाद घायलों को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया। रास्ते में सालाखेड़ी के पास एक एम्बुलेंस का फ्यूल खत्म हो गया। इस पर दूसरी एम्बुलेंस भेजना पड़ी। सातरुंडा चौकी प्रभारी लोकेंद्र सिंह डावर ने बताया कि ट्रक ड्राइवर और क्लीनर को हिरासत में लेकर बिलपांक थाने भेज दिया गया है।
घायल बेटी पूछ रही, पापा कहां हैं...
रतलाम जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती विशाल (20), खुशबू (18) और निकिता (6) अपने पिता भंवरलाल के साथ बखतगढ़ से मन्नत के कार्यक्रम में शामिल होने सातरुंडा माताजी पहुंचे थे। हादसे में भंवरलाल की मौके पर ही मौत हो गई। बच्चों को अब तक पिता की मौत की खबर नहीं दी गई है। वे बार-बार पिता के बारे में पूछ रहे हैं।
6 साल की निकिता हादसे में गंभीर रूप से घायल हुई है। उसे पैर और कमर में गंभीर चोट पहुंची है। वह बार-बार अपने पिता को याद कर रही है। आसपास के लोग उसे यह कहकर दिलासा दे रहे हैं कि उसके पिता दूसरे अस्पताल में भर्ती हैं।
घायल मां के लिए बिलख रहा मासूम
हादसे के बाद चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच गई थी। हादसे में जिंदा बचे परिजन नीचे पड़े घायलों में अपने लोगों को खोज रहे थे। ऐसे में बांगरोद की घायल महिला राखी धाकड़ को अन्य घायलों के साथ जिला अस्पताल पहुंचा दिया गया। उसका डेढ़ साल का बेटा कियांश घटनास्थल पर ही छूट गया। उसे स्थानीय लोगों ने संभाला और बाद में कलेक्टर-एसपी के सुपुर्द किया। कलेक्टर और एसपी मासूम को अपने साथ जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। बच्चे को उसकी दादी के सुपुर्द किया गया।
घायल मासूम मां के लिए अपनी दादी की गोद में बिलख रहा था। दादी कभी उसे दुलारती, तो कभी मां के जल्दी ठीक हो जाने का दिलासा दे रही थी। हादसे में घायल राखी को उसके परिजन जिला अस्पताल से उपचार के लिए निजी अस्पताल लेकर गए हैं। राखी अपने पति कन्हैया धाकड़ और बेटे कियांश के साथ बांगरोद से शादी के कार्यक्रम में शामिल होने निकली थी, लेकिन यह हादसा हो गया।
किसान संग बाइक पर थीं देवरानी-जेठानी, तीनों की मौत
रतलाम के घोड़ाघाट गांव की किरण डामर और संगीता डामर मजदूरी का काम खत्म करने के बाद वापस घर लौट रही थीं। दोनों रिश्ते में देवरानी-जेठानी हैं। ये दोनों किसान पारस पाटीदार के यहां मजदूरी करने आई थीं। किसान इन्हें बाइक पर बैठाकर घर छोड़ने जा रहा था, तभी सातरुंडा चौराहे पर तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। जिससे तीनों की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के लिए की मुआवजे की घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही दिवंगत आत्माओं की शांति व घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए मुआवजे की घोषणा की है। उन्होंने मृतकों के लिए 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की है।
12 साल से ब्लैक स्पॉट है सातरुंडा चौराहा
रविवार शाम जिस सातरुंडा चौराहे पर ट्रक ने 7 लोगों को कुचलकर मार डाला, वो 12 साल से ब्लैक स्पॉट बना हुआ है। पुलिस, MPRDC और प्रशासन ने कई बार इसे ठीक करने की कोशिश की, जो नाकाफी रही। चौराहे से अतिक्रमण पूरा नहीं हट पाया है। सर्विसलेन में गाड़ियां खड़ी रहती हैं, इससे लोग फोरलेन से होकर ही गुजरते हैं।
चौराहा उज्जैन रोड और फोरलेन का जंक्शन पॉइंट है। इससे रोज 25 गांव के हजारों लोग बस पकड़ते हैं। इसके बावजूद बस स्टॉप नहीं है। ऐसे में यात्री फोरलेन के किनारे ही खड़े होकर बस में चढ़ते और उतरते हैं। रविवार के हादसे में ऐसे ही लोगों की मौत हुई। बता दें, लेबड़-नयागांव फोरलेन 2010 में शुरू हुआ था।
हादसे में इनकी जान गई
हादसे में ये हुए घायल
कलेक्टर बोले- ट्रक का टायर फटने से हुआ हादसा
रतलाम के कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि टायर फटने से ट्रक असंतुलित हुआ, जिसकी वजह से ये हादसा हुआ। घायलों का समुचित इलाज किया जा रहा है।
मौत बनकर आया ट्रक, VIDEO:पहले दो बाइक सवार, फिर बस का इंतजार कर रहे लोगों को रौंदा; 7 की मौत
रतलाम में एक बड़ा हादसा हो गया। इसमें 7 लोगों की जान चली गई। हादसा शहर से करीब 27 किलोमीटर दूर सातरुंडा चौराहे पर हुआ। बताया जा रहा है कि यहां एक तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क किनारे बैठे लोगों को टक्कर मार दी। 5 लोगों की मौत हो गई, बाद में 2 और लोगों ने दम तोड़ दिया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
तेज रफ्तार कार ने मजदूरों को रौंदा, 4 की मौके पर मौत, 8 घायल
रतलाम के फोरलेन पर जमुनिया फंटे के पास आज बड़ा हादसा हुआ है। बेकाबू कार ने फोरलेन पर काम करें एक दर्जन मजदूरों को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में 4 मजदूरों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि 8 मजदूर जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग झूल रहे हैं ।
प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार ये मजदूर फोरलेन कि साइडिंग पर काम कर रहे थे। फोरलेन पर 100 मीटर दूर संकेतक भी लगा रखे थे। इसके बावजूद बेकाबू कार ने फोरलेन की साईडिंग पर काम कर रहे एक दर्जन से ज्यादा मजदूरों को उड़ा दिया। ये टक्कर इतनी जोरदार थी कि 4 मजदूरों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। सभी मजदूर एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। मृतक यूपी के अलीगढ़ के रहने वाले है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
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