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डाउनलोड करेंएंथ्रोपोलॉजी (मानव शास्त्र) एक ऐसा विषय है, जो मानव के विकास से लेकर इतिहास और वर्तमान के अध्ययन किया जाता है। आज के समय में यह सभी मल्टीनेशनल और सरकारी एजेंसियों में जरूरी विषय हो गया है। वर्तमान में यह करियर के लिए अच्छा ऑप्शन है। इससे बड़ी-बड़ी कंपनियों से लेकर सरकारी एजेंसियों में अच्छे जॉब के अवसर हैं। जानते हैं एक्सपर्ट आकाश इंस्टीट्यूट भोपाल के असिस्टेंट डायरेक्टर रणधीर सिंह से...
इसलिए जरूरी हो गया
एंथ्रोपोलॉजी कोर्स में मानव विकास के इतिहास और वर्तमान का अध्ययन किया जाता है। इसमें मानविकी, जीव विज्ञान और भौतिक विज्ञान की जानकारियों का अध्ययन किया जाता है। इससे ही मानव विकास के बारे में नई जानकारी निकाली जाती हैं। इसमें मानव की संपूर्ण स्टडी होती है। इससे लोगों की रुचि और जरूरत के अनुसार प्रोडक्ट बनाने में मदद मिलती है। यही कारण है कि मल्टीनेशनल कंपनियों में एंथ्रोपोलॉजिस्ट की सबसे ज्यादा जरूरत बढ़ गई है।
यह कोर्स करना जरूर
एंथ्रोपोलॉजी में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कोर्सेज चलाए जाते हैं। ग्रेजुएट प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए साइंस से 12वीं पास होना जरूरी है। इसके साथ ही सागर यूनिवर्सिटी में आर्ट्स के छात्र भी एंथ्रोपोलॉजी ले सकते हैं। पीजी करने के लिए एंथ्रोपोलॉजी में ही बैचलर डिग्री अनिवार्य है। इसमें मास्टर्स डिग्री करने के बाद पीएचडी भी एंथ्रोपोलॉजी कर सकते हैं। इस कोर्स में मानव विकास के इतिहास और वर्तमान का अध्ययन किया जाता है।
लोगों की आदतों के बारे में जानना
इस विषय से विश्व के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले लोगों के कल्चर के जानने के बारे में मदद करता है। एक उदाहरण के समझे कि भारत में जैसे टिप देना कल्चर बन गया है। रेस्टाेरेंट में खाना खाने के बाद टिप नहीं देने पर अजीब लगता है, जबकि कुछ देशों में इसे अच्छा नहीं माना जाता है। इसी तरह से एंथ्रोपोलॉजी किसी भी कंपनी के किसी देश में प्रोडक्ट को लांच करने के पहले का अध्ययन होता है।
यह जॉब ऑप्शन
कॉलेज, यूनिवर्सिटी, सरकारी एजेंसी और एनजीओ, बिजनेस, हेल्थ, मानव सेवाएं, कम्युनिटी ऑर्गनाइजेशन, म्यूजिम, स्वतंत्र रिसर्च इंस्टीट्यूट, मीडिया, बीमारी कंट्रोल सेंटर, यूनिसेफ, यूनेस्को, डब्ल्यूएचओ और वर्ल्ड बैंक तक में जॉब ऑप्शन।
यहां से कर सकते हैं पढ़ाई
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