पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंखंडवा के मांधाता (ओंकारेश्वर) थाने में बाइक चोरी के आरोपी युवक की पुलिस कस्टडी में मौत पर बड़ा खुलासा हुआ है। शॉर्ट पीएम में गला दबाकर मौत की आशंका जताई गई है। परिजन का आरोप है कि 5 दिन पहले पुलिस घर आई और किशन के साथ पवन को भी थाने ले गई लेकिन गिरफ्तारी नहीं दिखाई। उनका आरोप है कि पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश नहीं किया और थाने में उनकी पिटाई करती रही। इस दौरान पिटाई से किशन की मौत हो गई। वहीं, पुलिस को शक है कि भाई ने हत्या की है। दोनों हवालात में एक साथ ही थे।
युवक किशन की सोमवार रात हवालात में मौत के बाद पुलिस अफसरों ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को अवगत कराया कि उसे सांस की बीमारी थी। मंत्री ने वीडियो बयान जारी कर दिया। उन्होंने कहा कि खरगोन के गांव भोगांवा निपानी निवासी 24 साल के किशन को बाइक चोरी के आरोप में पकड़ा गया था। उसे सांस की बीमारी थी। TI समेत चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। मंगलवार शाम तक किशन का पोस्टमार्टम हो सका। देर रात पुलिस की मौजूदगी में मृतक किशन का शव परिवार के साथ गांव भेजा गया।
परिवार वाले बोले- कमरे में बंद कर TI करते थे मारपीट
मृतक किशन के भाई पवन का कहना है कि पुलिस हम दोनों भाइयों को 8 सितंबर की रात एक साथ ले गई थी। तब से TI और कॉन्स्टेबल बंद कमरे में किशन की पिटाई कर रहे थे। उससे चोरी उगलवाने के लिए उस पर पानी डाला था। एक महिला पुलिसकर्मी ने उसे जंगल में ले जाकर गोली मारने की धमकी भी दी थी।
किशन के पिता जियालाल का आरोप है कि जब किशन पूरी तरह से स्वस्थ था तो उसकी तबीयत कैसे खराब हो गई। पुलिस ने सरपंच के जरिए किशन की तबीयत खराब होने की सूचना दी। जब परिवार पहुंचा तो उसकी मौत हो चुकी थी।
निलंबित TI ने कहा- किशन को उसके भाई ने मारा
मामले में निलंबित TI गणपत कनेल का कहना है कि हम पीएम रूम में गए तो डॉक्टरों ने मृतक के गले पर चोट के निशान बताए। पीएम करने वाले डॉक्टरों की टीम ने हत्या की आशंका जताई। हमें उसके भाई पर संदेह है। रात में दोनों भाई अकेले थे। किशन मरने जैसा नहीं था। हमें गला दबाकर मारने की आशंका है।
न्यायिक व मजिस्ट्रियल जांच में होगा खुलासा
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह के मुताबिक, मामले में TI समेत एक SI और दो कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है। मृतक का पोस्टमार्टम भी JMFC और SDM की मौजूदगी में हुआ है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
मानव अधिकारी आयोग ने डीजीपी व एसपी से 3 सप्ताह में जवाब मांगा
इस मामले को मप्र मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान में लिया है। आयोग अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र जैन ने मामले को स्वसंज्ञान में लेकर डीजीपी व एसपी से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। पुलिस ने मौत का कारण सांस लेने में तकलीफ बताया तो एफएसएल व पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों की टीम ने गला घोंटकर मारने की आशंका जताई है। वहीं, किशन निवासी ग्राम डाल्याखेड़ी भोगांवा निपानी के परिजनों ने पुलिस द्वारा किशन को पीट-पीटकर उसकी हत्या कर देने का आरोप लगाया है।
थाने के सीसीटीवी में मृतक किशन को अभिरक्षा से अस्पताल के लिए ले जाने के फुटेज मिले हैं, लेकिन कोई संदिग्ध फुटेज सामने नहीं आया है। मामले में न्यायिक जांच की जा रही है। मृतक का पीएम फॉरेंसिंक एक्सपर्ट व डॉक्टरों की टीम ने किया है। जिसमें शॉर्ट पीएम रिपोर्ट नहीं आई। गुरुवार को मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ सकती है। इसके बाद ही मौत के असल कारणों का पता चलेगा।-राकेश पांड्रा, एसडीओपी, मांधाता
मामले में प्राथमिक रूप से मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है। लेकिन किन बिंदुओं पर जांच होगी यह पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। फिलहाल टीम परिजनों व थाना स्टाफ के बयान लेगी उसके बाद आगे की जांच होगी।-सीएस सोलंकी, एसडीएम, पुनासा
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.