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मेरे डॉग को छुआ तो हाथ काट लूंगी...:घर में 40 स्ट्रीट डॉग; निगम अफसर पहुंची तो सांसद मेनका गांधी से की शिकायत

जबलपुर6 महीने पहले
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कठौंदा वालों (एनीमल को रखने की जगह) को डॉग को छूने नहीं दूंगी, मैं हाथ काट लूंगी अगर मेरे डॉग को कोई छुएगा तो। यह कहना है जबलपुर की एक डॉग लवर का। इन्होंने अपने घर में 40 से ज्यादा स्ट्रीट डॉग को पनाह दी है। कॉलोनी के लोगों की शिकायत पर जब नगर निगम की टीम कुत्तों को लेने पहुंची तो डॉग लवर नाराज हो गई।

धनवंतरि नगर में रहने वाली अनीता शर्मा डॉग लवर है। उनकी कॉलोनी में रहने वाले लोगों को इनके पाले हुए कुत्तों से परेशानी है। इसलिए उन्होंने नगर निगम में शिकायत की। अनीता शर्मा ने बताया कि नगर निगम की अफसर आई थी। उन्होंने 3 दिन में सभी डॉग्स को अलग करने की बात कही। मैंने कहा- नहीं हो पाएंगे। मैंने सांसद मेनका गांधी को फोन किया। पूरी शिकायत ईमेल की। मैं बस यही चाहती हूं कि इन डॉग्स के लिए शेल्टर होम बनाया जाए। मेरी तरह और भी लोग हैं जो जानवरों से प्यार करते हैं, वो भी इस परेशानी से जूझ रहे हैं।

अनीता बीमार और घायल स्ट्रीट डॉग्स का इलाज कर उन्हें अपने घर पर रखकर देखरेख करती है। पिछले कई सालों से आवारा पशुओं का इलाज करती आ रही है। उनका यह मानवीयता का कदम अब कई परिवारों के लिए दुख का कारण बन गया है। वे चाहती हैं कि उनके इस काम में और भी लोग उनकी मदद करें।

डॉग लवर अनीता शर्मा ने धनवंतरि नगर स्थित निवास में ही 40 डॉग पाल रखे हैं। यह शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से लेकर आई हैं। वह इनके खाने-पीने का ख्याल रखती है तो बीमार डॉग का इलाज भी कराती हैं।
डॉग लवर अनीता शर्मा ने धनवंतरि नगर स्थित निवास में ही 40 डॉग पाल रखे हैं। यह शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से लेकर आई हैं। वह इनके खाने-पीने का ख्याल रखती है तो बीमार डॉग का इलाज भी कराती हैं।

...बच्चे स्कूल जाने से डरते हैं
कॉलोनीवासी जेडी कबीरपंथी ने बताया कि स्ट्रीट डॉग्स से सभी लोग परेशान हैं। बच्चे स्कूल जाने से डरने लगे हैं। दिन-रात भौंकने की आवाजें आती हैं। डर रहता है कि कहीं ये हमला न कर दें। पिछले दिनों नगर निगम से लेकर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों से शिकायत की है। नगर निगम का अमला जब कार्रवाई के लिए अनीता शर्मा के घर पहुंचा तो उन्होंने सांसद मेनका गांधी से इसकी शिकायत कर दी।

पशु संरक्षण के क्षेत्र में कई सालों से सक्रिय सांसद मेनका गांधी ने अधिकारियों से कार्रवाई न करने की अपील की है। अनीता शर्मा से भी कहा कि वे स्ट्रीट डॉग्स को रहवासी क्षेत्र से दूर रखें।

धनवंतरि नगर के रहवासी इन डॉग से खासे परेशान हैं। रहवासियों का कहना है कि डॉग के कारण बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है। इनको रहवासी क्षेत्र से दूर रखना चाहिए।
धनवंतरि नगर के रहवासी इन डॉग से खासे परेशान हैं। रहवासियों का कहना है कि डॉग के कारण बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है। इनको रहवासी क्षेत्र से दूर रखना चाहिए।

डॉग पालने के यह हैं नियम

  • अगर आप कोई डॉग पालना चाह रहे हैं तो सबसे पहले नगर निगम में जाकर उसका रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है।
  • पालतू जानवर के रजिस्ट्रेशन के लिए फीस देनी पड़ती है।
  • यह रजिस्ट्रेशन परमानेंट नहीं होता है तो एक निश्चित अवधि के बाद इसे रिन्यू करना पड़ता है।
  • कुत्ते को रेबीज की वैक्सीन लगी होनी चाहिए।
  • हाउसिंग सोसाइटी निवासियों को पालतू जानवर रखने पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता है।
  • पालतू जानवरों के लिए बिल्डिंग की लिफ्ट का इस्तेमाल करने से रोका नहीं जा सकता है। अदालत के एक फैसले के अनुसार कुत्ते/पालतू जानवर परिवार हैं और इसलिए उनके लिए भी लिफ्ट का उपयोग किया जा सकता है।
  • पालतू जानवरों को सोसायटी के पार्क और गार्डन में जाने पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता।

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डॉग के इलाज के लिए युवाओं ने रेस्क्यू

जबलपुर में 6 दिन पहले तेज रफ्तार कार ने मादा श्वान को टक्कर मार दी थी। घटना में डॉग का एक पैर टूट गया। उसके मुंह में भी गंभीर चोट आई। जानकारी जब डॉग लवर्स को मिली तो सभी इकट्ठा हो गए। सभी डॉग की जान बचाने में जुट गए। इस दौरान घायल उसने एक डॉग लवर पर हमला कर उन्हें काट लिया। बावजूद इसके डॉग लवर्स पीछे नहीं हटे। 3 घंटे की मशक्कत के बाद डॉग का रेस्क्यू कर इलाज के लिए वेटरनरी कॉलेज ले गए। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

ग्वालियर में एनिमल लवर का लेकर हंगामा

करीब 8 महीने पहले ग्वालियर जामदार का बाड़ा के पास एक स्ट्रीट डॉग ने पांच साल की बच्ची को काट लिया था। स्ट्रीट डॉग को पकड़कर डॉग सेंटर लाया गया तो एक महिला एनिमल लवर ने हंगामा किया। इस बीच अन्य एनिमल लवर ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को फोन कर दिया। मेनका गांधी ने चिड़ियाघर के क्यूरेटर गौरव परिहार को फोन कर कहा कि डॉग की नसबंदी हो चुकी है। उसे छोड़ दिया जाए। जो महिला डॉग छुड़ाने आई है, उनको ही दे दें। उनसे कहें कि अपने घर में रखकर देखभाल करें। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।