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डाउनलोड करें18 जनवरी से भारतीय पंचांग का 11वां महीना माघ मास प्रारंभ हो रहा है। इस माह में कई धार्मिक पर्व आते हैं। साथ ही प्रकृति भी अनुकूल होने लगती है यानी दिनचर्या में बदलाव का समय है। पूरे माह तिल-गुड़ का प्रयोग करने से शरीर स्वस्थ होता है।
माघ के महीने में स्नान, दान, उपवास और तप का विशेष महत्व माना गया है। इस माह में किसी भी दिन जो भी कार्य आरंभ किया जाता है, वह फलदायी माना जाता है। सर्वार्थ सिद्धि योग और पुष्य नक्षत्र होने से भूमि, भवन, घरेलू सामान, सोना-चांदी आदि की खरीदारी के लिए दिनभर शुभ समय है।
भगवान शिव और विष्णु की पूजा करने से सुख, शांति, समृद्धि की प्राप्ति होगी
शुक्रवार को खरमास समाप्त होने से शुभ कार्यों की भी शुरुआत हो गई है। अब विवाह की शुरुआत, नामकरण, यज्ञोपवीत संस्कार, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य किए जाएंगे। पहला विवाह मुहूर्त 22 जनवरी को है और 23 जनवरी को भी विवाह का शुभ मुहूर्त है। पं. भारत जोशी के अनुसार 18 जनवरी के दिन पुष्य नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि योग दिनभर रहेगा। इस दृष्टि से माह की शुरुआत शुभ है। पूरे माह भगवान शिव और भगवान विष्णु की पूजा करने से सुख, शांति, समृद्धि की प्राप्ति होगी।
21 जनवरी : संकष्ठी चतुर्थी
माघ के महीने में संकष्ठी चतुर्थी (तिल चौथ) पर भगवान गणेश की पूजा होती है। इस व्रत को करने से संतान की प्राप्ति होती है और यदि संतान के विषय में कोई चिंता है तो वह दूर हो जाती है।
इस महीने के तीज-त्योहार, शाकंभरी पूर्णिमा आज, दो दिन रहेगी अमावस्या
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