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डाउनलोड करेंबैतूल जिले में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। एक पिता ने अपने चार साल के बच्चे को जहर पिलाकर खुद भी पी लिया। जहर पीने से पिता की पहले मौत हो गई। इसके बाद रात को बेटे की भी अस्पताल में मौत हो गई। पति 300 किमी दूर पीथमपुर से अपनी पत्नी से मिलने आया था। पत्नी के नहीं मिलने से दुखी होकर उसने यह कदम उठाया। पत्नी का कहना है कि वह पति के डर से यहां-वहां भटक रही थी। घर से जाते समय उसने कहा था- वह खुद भी मरेगा और बेटे को भी मार देगा।
घटना मुलताई की है। 33 साल का छोटेलाल सिंह लोधी पीथमपुर (धार) में रहकर मजदूरी करता है। दो दिन पहले ही वह पीथमपुर से पत्नी संगीता से मिलने मुलताई के सर्रा गांव आया था। वह घर पहुंचा पर उसे पत्नी नहीं मिली। गांव में उसने पत्नी को खोजा, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद वह अपने चार साल के बेटे के साथ मुलताई रेलवे स्टेशन पहुंच गया। यहां बैठकर पहले उसने बेटे जय को जहर दिया। इसके बाद खुद भी पी लिया। स्टेशन के पास दोनों बेहोश होकर गिर गए। किसी ने उन्हें अस्पताल पहुंचा दिया। डॉक्टर ने पिता को मृत घोषित कर दिया।
मुलताई में तैनात ASI अरविंद दीक्षित ने बताया कि छोटेलाल सागर का रहने वाला था। उसकी शादी सर्रा निवासी संगीता नवड़े से हुई थी। वह पत्नी से मिलने कुछ दिन पहले ही पीथमपुर से सर्रा लौटा था। बताया जा रहा है कि पत्नी संगीता 5 दिनों से बैतूल में थी। पुलिस के मुताबिक, दोनों पिता-पुत्र को अज्ञात व्यक्ति मुलताई हॉस्पिटल छोड़ गया था। आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।
पत्नी ने कहा- उसने कहा था वह भी मर जाएगा और बच्चे को भी मार देगा
पत्नी संगीता का कहना है कि पति और उसके बीच दो साल से पारिवारिक विवाद चल रहा था, इस कारण उसका पति उसे छोड़कर पीथमपुर चला गया था। वह बेटे जय को भी ले गया था। जाते-जाते उसने कहा था कि वह खुद भी मर जाएगा और उसे भी मार देगा। वह मुझे खोज रहा था। मेरे नहीं मिलने पर उसने जहर खा लिया। उसका कहना है, पति के डर से ही वह यहां-वहां भटक रही थी। उसने गांव में भी दो-तीन किराए के मकान बदले और मुलताई में भी ऐसा ही किया, लेकिन उसे पति का डर था कि वह उसे मार डालेगा, इसलिए 5 दिन से बैतूल में रहकर मजदूरी कर रही थी।
बेटे की हालत नाजुक
मुलताई CHC से बैतूल जिला अस्पताल भेजे गए चार साल के जय की हालत नाजुक है। उसे ICU में भर्ती कराया गया है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जगदीश घोरे के मुताबिक बच्चे को ऑर्गेनिक फाॅस्फोरस जैसा जहरीला तरल पदार्थ पिलाया गया है। यह कीटनाशक में इस्तेमाल होता है। बच्चे की छाती में पानी जमा हो गया था। डॉक्टर के मुताबिक जहर ज्यादा मात्रा में पिलाए जाने के कारण बच्चा झटके लेने लगा था। आखिरकार उसकी मौत हो गई।
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