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डाउनलोड करेंशिवपुरी शहर के कई युवा और बुजुर्ग नशे की गिरफ्त में हैं। हालात ये हैं कि अब गांजा-शराब को छोड़ नशेड़ियों का रुझान स्मैक की ओर हो गया। शहर का शायद ही कोई मोहल्ला हो अछूता हो, जहां स्मैक का कारोबार नहीं चल रहा हो। सबसे ज्यादा बेखौफ कारोबार वाले क्षेत्र लालमाटी मनीयर में दैनिक भास्कर पहुंचा, तो यहां स्मैक तस्करी का खेल उजागर हुआ। यहां स्मैक ऐसे बिक रही थी, जैसे किराने की दुकान पर चॉकलेट।
भास्कर टीम क्षेत्र में दो दिनों तक अलग-अलग जगह पहुंची। स्मैक खरीदने की कोशिश की। यहां स्मैक जैसा महंगा नशा आसानी से उन्हें मिल रहा था, जो रोज के ग्राहक थे। अगले दिन टीम यहां पहुंची, तो चार से पांच लोग एक घर पर स्मैक की पुड़िया बनाने में व्यस्त थे। टीम का एक सदस्य स्मैक की पुड़िया खरीदने के लिए घर में दाखिल हुआ। यहां खड़े व्यक्ति से कहा - पुड़िया चाहिए। उसे 200 रुपए निकालकर दे दिए। व्यक्ति ने महिला की ओर इशारा किया। उसने उस व्यक्ति के हाथ पर पुड़िया रख दिया।
व्यक्ति ने हमें पुड़िया दी। इशारे से रवाना होने को कहा। पुड़िया मिलने के बाद जब पुष्टि के लिए कि पुड़िया में स्मैक ही है। विक्रेता से बात की कि माल तो सही है? एक बार ग्वालियर में स्मैक की जगह पाउडर दे दिया था, तो विक्रेता ने आश्वस्त किया कि तुम टेंशन मत लो बहुत बढ़िया चीज है, चाहो तो खोलकर देख लो। पूरी तरह से पुख्ता करने के बाद हम वहां से रवाना हुए।
माल में मिलावट को लेकर भी शिकायत
भास्कर स्टिंग में यह भी स्पष्ट हुआ है कि स्मैक का कारोबार करने वाले लोग उसमें मिलावट भी करते हैं। स्टिंग के दौरान एक ग्राहक इस बात की शिकायत विक्रेता से करता सुनाई दे रहा है कि इस बार वैसा माल नहीं था, जैसा पहले दिया था।
हमें स्मैक तस्करी की बता पता चली है
टीआई सुनील खेमरिया ने कहा कि स्मैक बिक्री की सूचना मिली है। इस मामले में जल्द जांच कर ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
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