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डाउनलोड करेंशिवपुरी में उस समय हंगामा हो गया, जब रविवार को मीना कुशवाह अपनी बेटी कृष्णा और क्रांति के साथ पानी की टंकी पर चढ़ गई। 50 फीट ऊपर पानी की टंकी पर चढ़ी मीना का आरोप था कि पटवारी दीपक धाकड़ ने उनके पिता लक्ष्मण की नशे की लत का फायदा उठाया है। करीब 5 घंटे तक चले ड्रामे के बाद पुलिस-प्रशासन की टीम ने तीनों को नीचे उतारा।
उनका कहना था कि पटवारी ने धोखे से पोहरी बस स्टैंड के पास दुर्गादास चौराहे पर स्थित मकान, दुकान व जमीन की रजिस्ट्री अपनी मां भगवती धाकड़ व रिश्तेदार रंजीत धाकड़ के नाम करवा ली है। अब वह रजिस्ट्री वापस करने के बदले 50 लाख रुपए की मांग कर रहा है। मां-बेटियों की मांग थी कि प्रशासन धोखा देकर नशे की हालत में कराई गई रजिस्ट्रियों को कैंसिल करे। महिला अपनी दोनों बेटियों के साथ ओवरहेड टैंक से तब उतरी, जब मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पटवारी को निलंबित करने सहित रजिस्ट्री कैंसिल करने की घोषणा कर दी।
नौहरी की जमीन की करवानी थी रजिस्ट्री, पोहरी बस स्टैंड की करवा ली
पीड़िताओं के अनुसार उनके पिता लक्ष्मण ने बिट्टू रावत को नौहरी स्थित 2 बीघा जमीन दलाल मनोज कुशवाह के मार्फत बेची थी, जिसमें दीपक धाकड़ साइलेंट पार्टनर था। उस जमीन पर बिट्टू रावत ने प्लाट काटे थे, जिनकी रजिस्ट्री वह डायरेक्ट लक्ष्मण कुशवाह से करवाते थे। यही कारण था कि वह लोग लक्ष्मण को बार-बार रजिस्ट्री करवाने बुलाते थे।
लक्ष्मण के परिजनों के अनुसार पटवारी दीपक धाकड़ ने नौहरी वाली जमीन के धोखे में पिता को शराब पिलवा कर पोहरी बस स्टैंड के पास दुर्गादास चौराहे के पास वाली जमीन, दुकान, मकान की भी रजिस्ट्री अपनी मां सहित एक अन्य रिश्तेदार के नाम करवा ली।
एसडीएम और तहसीलदार के बुलाने पर भी नहीं आया पटवारी
जब यह पूरा हाई वोल्टेज ड्रामा चल रहा था तब मौके पर मौजूद एसडीएम व तहसीलदार ने भी पटवारी दीपक धाकड़ को मौके पर बुलवाया, लेकिन दीपक धाकड़ काफी इंतजार के बाद भी मौके पर नहीं आया। ऐसे में पटवारी के निलंबन की घोषणा कर दी गई।
नशा मुक्ति केंद्र से निकाल लाए थे लक्ष्मण को
पत्नी का कहना है कि पति को ग्वालियर के एक नशा मुक्ति केंद्र में बंद करवा दिया था, लेकिन बिट्टू रावत और मनोज कुशवाह नशा मुक्ति केंद्र के पैसे भर कर उन्हें वहां से ले आए थे, ताकि वह उनसे रजिस्ट्रियां करा सकें।
चाहे कुछ कर ली जमीन वापस नहीं ले पाओगे
पीड़ित परिवार का आरोप है कि पटवारी दीपक धाकड़ उन्हें बार-बार धमकाता था कि उसकी पहुंच मंत्री तक है। तुम किसी भी हालत में जमीन वापस नहीं ले पाओगे। अगर जमीन वापस चाहिए तो तुम्हें मुझे 50 लाख रुपए देने होंगे।
जांच कर रहे हैं
कोतवाली टीआई सुनील खेमरिया ने कहा - एक महिला व उसकी दो बेटियों का आरोप है कि एक पटवारी ने धोखाधड़ी से उनकी जमीन की रजिस्ट्री करवा कर हड़प ली है। हमने आवेदन के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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